Dehradun: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक-एक पल देश के लिए समर्पित है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दस साल के कालखंड में अपना एक-एक पल और एक-एक क्षण देश के 140 करोड़ लोगों के लिए लगाया है.
हाल ही में नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार कार्यक्रम में यह बातें कही. उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव विकास पर हो रहा है. इस बार का चुनाव दो धाराओं के बीच का चुनाव है. एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी हैं जो विकसित भारत बनाने का कार्य कर रहे हैं, दूसरी तरफ ऐसी पार्टियां और गठबंधन है जो कहते हैं कि देश बचे न बचे न लेकिन हमारा परिवार बचना चाहिए. यह लोगों को तय करना है कि उन्हें कौन चाहिए.
मुख्यमंत्री धामी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर कही कि यूसीसी सामाजिक समरसता के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यूसीसी को लेकर कुछ भ्रम फैलाने की कोशिश की गई है. देश की आजादी से लेकर अब तक भारतीय जनसंघ का यह संकल्प रहा है कि हम इसे लेकर आएंगे और जब देश का संविधान बन रहा था, तब संविधान के अनुच्छेद 44 में इसका प्रावधान किया गया है कि राज्य या केन्द्र इसे कभी भी लागू कर सकते हैं. जब 2022 में उत्तराखंड का विधानसभा चुनाव हुआ तो हमने समान नागरिक संहिता को लाने का संकल्प लिया था. हमने अपना वायदा निभाने का काम किया. यह मोदी की गारंटी है जो उत्तराखंड में पूरी हो गयी है. यूसीसी की यह गंगोत्री उत्तराखंड से निकली है, पूरे देश को यह लाभ देने का काम करेगी.
अतिक्रमण के खिलाफ विधि के अनुसार की कार्रवाई
उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ प्रदेश में अभियान को लेकर कहा कि आज देश के अंदर जो भी अच्छा कार्य होता है या विधि के अनुसार कार्रवाई होती है तो तुष्टिकरण करने वाले लोगों को दिक्कत होती है और एक वर्ग को टारगेट करने के आरोप लगाए जाते हैं लेकिन अगर सरकारी जमीनों पर कब्जे हों और उसे हटाना अगर आप कहेंगे कि किसी वर्ग विशेष के खिलाफ है तो हम कानून के हिसाब से काम करने वाले हैं और उसी हिसाब से कार्य करेंगे.
आपातकाल किसने थोपा था यह सबको मालूम है
मुख्यमंत्री धामी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाबत पूछे सवाल पर कहा कि मैंने जितनी बार भी सोचा कि वह सीरियस हो जाएंगे, उन्होंने हमेशा निराश किया. उनके बारे में मैं जितनी बार अच्छा आंकलन करता हूं तो लगता है कि अब ठीक हो जाएंगे, लेकिन वो हर बार मुझे ही गलत साबित कर देते हैं. ऐसे व्यक्ति को क्या सुझाव दिया जा सकता है. आज देश-विदेश में मोदी की लोकप्रियता बढ़ गयी है. जब वह तानाशाही वाली बात कहते हैं तो लगता है. उन्होंने केवल अपनी दादी की जीवनी पड़ी है. किस प्रकार से देश में आपातकाल थोपा गया था. वो था तानाशाह का समय. इनकी बातों पर हमें हंसी आती है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार