Dehradum: उत्तराखंड में बिजली दरों में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 की नई विद्युत दरें जारी की हैं. इससे प्रदेश के लगभग 27 लाख बिजली उपभोक्ताओं को जोर का झटका लगा है साथ ही अब उनकी जेबों पर भी अतिरिक्त भार पड़ेगा.
जेब से देने होंगे अतिरिक्त पैसे
बीपीएल के 4.5 लाख उपभोक्ताओं, स्नो बाउंड उपभोक्ताओं और फिक्सड चार्ज में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. बिजली की नई दरें गत एक अप्रैल से लागू मानी जाएंगी. चुनाव आचार संहिता के कारण मार्च में टैरिफ जारी नहीं किया जा सका था. घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर 25 पैसे, 101 से 200 यूनिट पर 30 पैसे, 201 से 400 यूनिट तक 40 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी हुई है. उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष एमएल प्रसाद ने बताया कि सोलर वाटर हीटर में छूट 75 रुपये प्रति 50 लीटर रखी गई है.
ऊर्जा निगम का 23 से 27 प्रतिशत वृद्धि का रखा था प्रस्ताव
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में बिजली के दामों में आठ से 11 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी. यूपीसीएल ने 23 से 27 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की थी, जिसके सापेक्ष नियामक आयोग उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से अपना फैसला लेने की बात कही थी. इस वर्ष यूपीसीएल ने बिजली खरीद पर सालाना 1281 करोड़ का हवाला देते हुए मांग की थी कि बिजली की दरों में 23-27 फीसदी की बढ़ोतरी की जाए.
उपभोक्ताओं की जेब पर असर
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेशभर में जनसुनवाई के साथ सभी हितधारकों से की गई बातचीत के बाद बिजली की नई दरों को अंतिम रूप देकर इस सप्ताह के अंत तक बिजली दरें घोषित की किए जाने की बात कही थी. सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद आयोग आठ से 11 प्रतिशत तक बिजली दरों में बढ़ोतरी कर सकता है, ऐसी संभावना जताई जा रही थी, लेकिन बिजली दरों में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार