J&K Terrorist Encounter: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छत्रू वन क्षेत्र में शुक्रवार से चल रही मुठभेड़ में दो और अज्ञात आतंकवादी मारे गए. इस तरह मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई.
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन में अब तक दो और आतंकवादी मारे गए हैं. इलाके में ऑपरेशन जारी है. गौरतलब है कि 9 अप्रैल को छत्रू के जंगलों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई थी. सुरक्षा बलों ने संदिग्ध गतिविधि देखकर मोर्चा संभाला था.
सेना के अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू क्षेत्र के पहाड़ी जिलों में विभिन्न स्थानों के बीच संभावित रूप से घूमने वाले आतंकवादियों पर नज़र रखने के लिए डोडा जिले के भद्रवाह क्षेत्र में निगरानी का दायरा बढ़ा दिया है। किश्तवाड़ में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से चतरू वन क्षेत्र में बुधवार को शुरू किये गए अभियान के दौरान मुठभेड़ शुरू हुई। ऑपरेशन के दौरान बलों का आतंकवादियों से संपर्क स्थापित हुआ। मारा गया आतंकवादी पाकिस्तान के सैफुल्लाह मॉड्यूल का हिस्सा था, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। यह वही मॉड्यूल है, जिसने 15 जुलाई, 2024 को डोडा में सेना की एक टीम पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक अधिकारी और एक राइफलमैन की मौत हो गई थी।
सेना की व्हाइट नाइट कोर या 16 कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मुठभेड़ के दौरान अब तक एक आतंकवादी को मार गिराया गया है। दुर्गम इलाके और प्रतिकूल मौसम के बावजूद हमारे बहादुर सैनिक अथक अभियान जारी रखे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि विशेष बलों ने इस ऑपरेशन के दौरान ऊंचे बर्फीले इलाकों और खतरनाक इलाकों का सामना किया, जबकि कुछ अन्य आतंकी अभी भी सुरक्षाबलों से खुद को बचाते हुए छिप रहे हैं।
सुरक्षाबलों ने डोडा जिले के भद्रवाह क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में निगरानी तेज कर दी है, क्योंकि ऊंचे घास के मैदानों में बर्फ पिघल रही है। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टरों और ड्रोन की मदद से सैनिक किश्तवाड़, उधमपुर और कठुआ जिलों को जोड़ने वाले ऊंचाई वाले इलाकों में उच्च स्तर की निगरानी कर रहे हैं। कठुआ-उधमपुर-किश्तवाड़ के पहाड़ी इलाकों में पिछले 19 दिनों में पांच मुठभेड़ हो चुकी हैं, जिनमें तीन आतंकवादी मारे गए और चार पुलिसकर्मी बलिदान हुए थे। तीन अन्य पुलिसकर्मी और एक लड़की घायल हुए थे।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को भी उधमपुर जिले के जोफर-मार्टा जंगलों में तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि खोजी कुत्तों और हवाई निगरानी से लैस कई सुरक्षा एजेंसियां इलाके में छिपे तीन आतंकवादियों का पता लगाने के लिए पूरे जंगल क्षेत्र की तलाशी ले रही हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आमोद अशोक नागपुरे ने कहा कि माना जा रहा है कि यहां दो से तीन आतंकवादी फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा बढ़ाकर लोगों की तलाशी ली जा रही है और वाहनों की जांच की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार