Bhojshala Survey Report: लंबे वक्त से चल रहे धार भोजशाला के ऐतिहासिक सर्वे को लेकर एएसआई (भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग) ने हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इस केस में हाईकोर्ट 22 जुलाई को अगली सुनवाई करेगा. बता दें कि 151 पन्नों की इस रिपोर्ट को एएसआई के महानिदेशक डॉ आलोक त्रिपाठी के निर्देशन में तैयार किया गया है. इस दौरान 1700 से ज्यादा पुरावशेष खुदाई में मिले हैं जिसमें 35 से ज्यादा देवी और देवताओं की मूर्तियां भी शामिल हैं.
बता दें कि इस रिपोर्ट का लोगों को बेसब्री से इंतजार था जिसमें इतिहास की कई परतों से पर्दा उठेगा. एएसआई की खुदाई के दौरान हिंदू देवी देवताओं की कुल 37 मूर्तियां मिली है जोकि इस मामले को ऐतिहासिक मजबूती प्रदान करने का काम करेंगी. इसमें सबसे विशेष मूर्ति मां वाग्देवी यानी कि सरस्वती मां की खंडित मूर्ति है.
मामले में अहम कड़ी साबित होगी एएसआई की रिपोर्ट
3 महीनों तक चले एएसआई का सर्वे धार भोजशाला से जुड़े मामले मील का पत्थर साबित होगी साथ ही कई अनसुलझी पहेलियों को सुलझाने का काम करेगी. यहीं कारण है कि इसे काफी सावधानी से तैयार किया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होनी है.
इस मामले में भोजशाला के मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शार्मा की और याचिकाकर्ता आशीष गोयल की तरफ से बताया गया है कि जो पुरावशेष मिले हैं वो भोजशाला के मंदिर होने के प्रमाण देते हैं. अब तक खुदाई में 37 मूर्तियां मिली हैं जिसमें भगवान कृष्ण, जटाधारी भोलेनाथ, हनुमान, भगवान गणेश, वाग्देवी, पार्वती माता, भैरवनाथ आदि अनगिनत देवी-देवताओं की मूर्तियां मिली हैं. वही परिसर में 10वीं सदी के तांबे, चांदी और एल्यूमीनियम और स्टील समेत कुल 31 सिक्के पाए गए हैं. यह सिक्के तब के है जब परमार शासकों का राज था.