Nainital: नैनीताल राजभवन में आगामी 31 मई को ‘शहद उत्सव’’ का आयोजन किया जाएगा. इस संबंध में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने मंगलवार को नैनीताल राजभवन में गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान और शोध निदेशक अजीत नैन के साथ प्रदेश में मौन पालन की संभावनाओं पर चर्चा की.
इस दौरान राज्यपाल ने कहा है कि उत्तराखंड में मौन पालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है. मौन पालन (मधुमक्खी पालन) के प्रति लोगों प्रोत्साहित करने और उन्हें इससे होने वाले लाभ के बारे में बताया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि राज्य में मौन पालन आजीविका का बड़ा साधन बन सकता है. मौन पालन के लिये महिलाओं, युवाओं को प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है.
उन्होंने बताया कि नैनीताल राजभवन में आयोजित होने वाले शहद उत्सव में और शहद उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रगतिशील किसानों को आमंत्रित किया जाएगा और गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के द्वारा शहद उत्पादन की नवीनतम तकनीकों के साथ ही विभिन्न प्रकार के शहद का प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शहद उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति लाई जाने की जरूरत है इसके लिए विश्वविद्यालय पहल करें और किसानों को मौन पालन के लिए प्रेरित करें.
कुलपति डॉ. मनमोहन चौहान ने बताया कि उत्तराखंड में विभिन्न प्रकार के 40 हजार टन तक शहद के उत्पादन की क्षमता है. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा शहद उत्पादन के क्षेत्र में स्लोवेनिया से एमओयू किया गया है जिसमें उत्तराखंड और स्लोवेनिया मौन पालन के क्षेत्र में हो रहे श्रेष्ठ प्रयासों को साझा करेंगे. यह भी बताया कि मौन पालन हेतु विश्वविद्यालय में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा रहे हैं जो मुख्य रूप से महिलाओं और युवाओं को मौन पालन के लिए प्रशिक्षित करेंगे.
हिन्दुस्थान समाचार