Guptkashi: जिला प्रशासन की ओर से हर पड़ाव पर तैनात रेस्क्यू टीम की ओर से नियमित किए जा रहे रेस्क्यू अभियान चारधाम तीर्थ यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं. रेस्क्यू कर्मी यात्रा के दौरान विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को आपात स्थित में उचित चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं.
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश से आया दीपक नाम का एक शख्स बेहोश हो गया. घोड़े ने उसके पेट पर लात मार दी थी. इसकी सूचना आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन को मिलते ही वह तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे एवं उक्त यात्री को पंपिंग सीपीआर देकर उसकी जान बचायी. उन्होंने घायल तीर्थयात्री दीपक को अपने वाहन से सोनप्रयाग स्थित अस्पताल पहुंचाया जहां, चिकित्सकों ने उसका उपचार किया. इस तरह उन्होंने तत्परता से कार्य करते हुए घायल तीर्थयात्री दीपक की जान बचायी.
इसी तरह ओडिशा की रहने वाली सपना बहरा गौरीकुंड में गेट के समीप फिसलकर नीचे गिर गईं. इससे महिला के सिर पर चोट आने के कारण वह बेहोश हो गईं. सूचना मिलते ही डीडीआरएफ की टीम ने उक्त महिला यात्री को स्ट्रेचर के माध्यम से गौरीकुंड चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने महिला का उपचार किया तथा अब महिला की स्थिति ठीक है.
राजस्थान के रहने वाले नंदन किशोर के पैर में फ्रैक्चर होने पर एनडीआरएफ की टीम ने स्वामी विवेकानंद चिकित्सालय पहुंचाया, जहां से उन्होंने उक्त व्यक्ति को हायर सेंटर के लिए हैलीपैड पहुंचाया.
भोपाल की रहने वाली सुष्मिता सोनी जो केदारनाथ धाम से दर्शन कर वापस लौट रही थी. उनके मीठा पानी पहुंचने पर दुर्घटनावश पैर में मोच आ गई जिससे वह चलने में असमर्थ हो गईं. सूचना मिलते ही डीडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची तथा उनको भीमबली से गौरीकुंड लाया गया.
हिन्दुस्थान समाचार