Nainital: कैंची धाम में निरंतर बढ़ते श्रद्धालुओं के दबाव और इस कारण यहां लग रहे लगातार जाम की वजह से नियमित रूप से कैंची धाम से गुजरकर जिला मुख्यालय या आसपास के क्षेत्रों में आने-आने वाले क्षेत्रीय लोग अत्याधिक परेशान हैं. उन्हें कैंची से गुजरने में घंटों का समय लग रहा है. यहां बाइपास के निर्माण का कार्य लंबे समय से पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में क्षेत्रीय लोग क्षेत्रीय के ग्रामीण क्षेत्रों के कच्चे एवं बेहद खतरनाक मार्गों का उपयोग करने को मजबूर हो रहे हैं.
बताया गया है कि क्षेत्रीय लोग कैंची धाम के जाम से बचने के लिये भवाली सैनिटोरियम से दूनीखाल-पाडली होते हुए बन रहे कच्चे मार्ग से रातीघाट पहुंच रहे हैं. इस मार्ग का आधा यानी करीब 8 किलोमीटर का हिस्सा तो बरसों पूर्व डामरीकरण होने के बावजूद जर्जर है, वहीं इसके आगे पूर्व के पैदल मार्ग को चौड़ा कर सड़क के रूप में जेसीबी से बदले जा रहे करीब 7 किमी लंबे कच्चे मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं.
इस मार्ग से स्वयं भी जा चुके लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता गोविंद सिंह जनौटी ने बताया कि यह मार्ग अभी बन ही रहा है और कच्चा है. सैनिटोरियम से आते हुए इस मार्ग पर ढलान है, लेकिन इससे रातीघाट से वापस सैनिटोरियम आने में अत्यधिक चढ़ाई है. आगे भविष्य में सैनिटोरियम से पाडली तक उतरने के लिये बाइपास प्रस्तावित है. वहीं कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने भी माना कि अभी बाइपास के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा वन भूमि हस्तांतरण की है, लिहाजा इसके निर्माण में कई वर्ष लग सकते हैं.
हिन्दुस्थान समाचार