Dehradun: उत्तराखंड में दस मई से शुरू हुई विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अपने चरम पर है. चारों धामों में रोजाना तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है. दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 22 लाख के करीब पहुंच गया है. इन दिनों करीब 35 हजार श्रद्धालु रोजाना दर्शन कर रहे हैं.
बदरीनाथ धाम की यात्रा 12 मई को शुरू हुई थी. धाम में अब तक 559573 से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम में अब तक 388475, गंगोत्री धाम में 390690 तो केदारनाथ में सबसे अधिक 839486 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग ने चारधाम यात्रियों को सलाह दी है कि अगर बुजुर्ग अथवा बीमार श्रद्धालु तीर्थयात्रा पर आ रहे हैं तो वे अपना खास ख्याल रखें. बुजुर्ग यात्री यात्रा पड़ावों पर रुक-रुककर धाम तक पहुंचे.
दरअसल, मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा धाम में ठंड ज्यादा है और ऑक्सीजन की कमी है. अधिकांश श्रद्धालु इस वातावरण को झेल नहीं पाते हैं. तीर्थयात्रियों को पड़ावों पर रुक-रुककर धाम तक पहुंचना चाहिए. यदि किसी तीर्थ यात्री को सांस लेने में तकलीफ होती हो तो यात्रा के पड़ाव पर जगह-जगह स्क्रीनिंग की व्यवस्था है. विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ पर्याप्त मात्रा में औषधि व जीवनरक्षक दवाएं भी उपलब्ध हैं.
यमुनोत्री एवं गंगोत्री धामों की यात्रा पर आ रहे श्रद्धालु मनोरम प्राकृतिक स्थलों, नदियों एवं झरनों का आनंद उठाने के साथ यात्रा पड़ावों पर स्थित मंदिरों का दर्शन लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं. यात्रा मार्ग के प्रमुख पड़ाव जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में बड़ी संख्या में रुकने वाले तीर्थयात्री नगर के प्राचीन मंदिरों व घाटों के दर्शन करने के साथ गंगा आरती में भी प्रतिभाग कर रहे हैं.
वहीं हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुले थे. हेमकुंड साहिब में अब तक 66978 श्रद्धालु हाजिरी लगा चुके हैं. यहां प्रतिदिन करीब पांच हजार श्रद्धालु आ रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार