Gopeshwar: पहाड़ों के लिये अभिशाप बन रहे प्लास्टिक के कचरे को जोशीमठ नगर पालिका ने आय का साधन बना लिया है. यहां नगर पालिका प्रशासन ने चारधाम यात्रा मार्ग से इन दिनों तीन टन से अधिक प्लास्टिक कचरे को एकत्रित कर लिया है. वर्तमान तक इस कचरे का विपणन कर एक करोड़ दो लाख की आय आर्जित कर ली है.
बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी यात्रा के मुख्य पड़ाव जोशीमठ से पांडुकेश्वर तक सफाई का जिम्मा नगर पालिका परिषद जोशीमठ संभाले हुए है. ऐसे में यहां पालिका की ओर से नगर के साथ ही यात्रा मार्ग पर बिखरे प्लस्टिक कचरे को आय का साधन बना लिया गया है. पालिका प्रशासन के अनुसार यात्रा मार्ग से उन्होंने एक माह में कुल ढाई लाख से अधिक शीतलपेय की बोतलें एकत्रित कर ली हैं, जबकि अन्य प्लास्टिक कचरे को मिलाकर करीब तीन टन से अधिक प्लास्टिक कचरा एकत्रित किया गया है.
पालिका अधिकारियों ने बताया कि यात्रा मार्ग पर प्लास्टिक कचरे को एकत्रित करने के लिये नगर और यात्रा मार्ग पर 22 मजदूर लगाए गए हैं. कचरे को एकत्रित कर कॉम्पेक्टर मशीन से ब्लॉक बनाकर कचरे का विपणन किया जा रहा है. जिससे वर्तमान तक जोशीमठ नगर पालिका की ओर से एक करोड़ दो लाख से अधिक की आय अर्जित कर ली गई है.
जोशीमठ के उप जिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने इस संबंध में कहते हैं कि जोशीमठ से पांडुकेश्वर तक सफाई व्यवस्था के लिये नगर पालिका जोशीमठ की ओर से जहां पर्यावरण मित्र तैनात किए गए हैं, वहीं प्लास्टिक कचरे के प्रभावी निस्तारण के लिये 22 मजदूर तैनात किए गए हैं. जिनके माध्यम से प्लास्टिक कचरे को एकत्रित कर विपणन किया जा रहा है. जिसके परिणाम स्वरूप जहां यात्रा मार्ग से प्लास्टिक कचरे का प्रभावी निस्तारण हो रहा है. जिससे पालिका प्रशासन को बेहतर आय भी प्राप्त हो रही है.
हिन्दुस्थान समाचार