कर्ज की मार झेल रहे पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में हाल ही में जम्मू कश्मीर के मुद्दे को उठाया है जिस पर अब एक्शन लेते हुए भारत की तरफ से करारा जवाब दिया गया है. प्रथम सचिव अनुपमा सिंह ने पाकिस्तान की और से किए जाने वाले अल्पसंख्यकों के दमन का मुद्दा उठाया है. उनकी तरफ से कहा गया कि भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने के लिए फिर इस मंच का इस्तेमाल किया है.
प्रथम सचिव की तरफ से आगे कहा गया कि पाकिस्तान की बड़ी उपलब्धि दुनिया में सबसे बड़ा इसका निर्यातक होना ही है. वहां न केवल अल्पसंख्यक बल्कि कई मुस्लिमों का भी दमन होता है. उन्हें अपने घर पर ध्यान देना चाहिए, उसे ठीक रखना चाहिए. बता दें कि इससे पहले भी पाकिस्तान की करतूतों को लेकर उसे यूएनएचआरसी के मंच पर कर फटकार लगाई जा चुकी है. उस वक्त तुर्किए को भी भारत की तरफ से जवाब दिया गया था.
कश्मीर के मुद्दे को लेकर भारत की खरी-खरी
पाकिस्तान की तरफ से हर प्लेटफॉर्म पर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने की साजिश रची जाती है. फरवरी के महीने में जब कश्मीर के मुद्दे को उठाया गया था, तब भारत ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि हम अब और उस देश पर ध्यान नहीं दे सकते जो खुद लाल रंग में पूरी तरह डूबा हुआ है. आतंकवाद से खून वाला लाल, कर्जे से पूरी बैलेंस शीट लाल इन सभी चीजों से लोगों को शर्मिंदगी होती है. मगर असलियत यह है कि वहां की सरकार लोगों के हितों को पूरा करने में विफल रही है.