नई दिल्ली: देशभर में विवाद और जांच के बीच रविवार को जिन 7 केंद्रों पर 1563 अभ्यर्थियों की दोबारा नीट यूजी परीक्षा आयोजित की गई जिसमें 48 प्रतिशत छात्र उपस्थित नहीं हुए. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नीट यूजी की परीक्षा में ग्रेस मार्क्स हासिल करने वाले 1563 अभ्यर्थियों को री-एग्जामिनेशन में शामिल होना था.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की तरफ से बताया गया कि रविवार, 23 जून को देश में 7 केंद्रों पर 1563 स्टूडेंट्स के लिए दोबारा नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की गई.
इनमें से कुछ केंद्रों पर एक भी स्टूडेंट पेपर देने नहीं पहुंचा। कुल 48 प्रतिशत स्टूडेंट्स परीक्षा देने नहीं पहुंचे. एनटीए के आंकड़ों के मुताबिक कुल 1,563 छात्रों में से 813 (52 प्रतिशत) ने दोबारा परीक्षा दी और 750 छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए. छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, मेघालय और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में सात परीक्षा केंद्र खोले गए थे.
इन केंद्रों में चंडीगढ़ में दो परीक्षार्थी परीक्षा देने वाले थे जिसमें दोनों ही अनुपस्थित रहे. गुजरात में 1 परीक्षार्थी को शामिल होना था, वह उपस्थित रहा. हरियाणा में 494 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे, जिसमें 287 ने दोबारा परीक्षा दी और 207 अनुपस्थित रहे. मेघालय में 494 परीक्षार्थी दोबारा परीक्षा में शामिल होने वाले थे, जिसमें 230 अनुपस्थित रहे और 234 परीक्षार्थियों ने दोबारा परीक्षा दी.
हिन्दुस्थान समाचार