Rudraprayag: भरदार पट्टी के एक दर्जन से अधिक गांवों में पेयजल का भारी संकट बना है, जबकि कई ऐसे गांव हैं, जहां नलों में काफी कम मात्रा में पानी आ रहा है. इससे लोगों के सम्मुख परेशानी पैदा हो गई है. दरमोला में तो लोग रात को 12 बजे तक प्राकृतिक जल स्रोत से पानी भरने के लिए लाइन लगा रहे हैं.
जनपद की भरदार पट्टी हमेशा से ही गर्मियों में पेयजल संकट से जूझती आ रही है. भले ही अब कुछ इलाकों में थोड़ा सुधार हुआ है, मगर अधिकांश इलाकों में पानी की परेशानी बनी है. दरमोला में पानी के लिए प्राकृतिक स्रोत पर रात 12 बजे तक लाइन लगानी पड़ रही है. लोग पानी के कारण रातभर सो नहीं पा रहे हैं. दरमोला में भी पेयजल की समस्या बनी है. हैंडपंप और अन्य संसाधनों पर ज्यादा निर्भर रहना पड़ रहा है. सौ से अधिक परिवार के दरमोला गांव में गर्मियों में पर्याप्त पानी न होने से ग्रामीणों के सम्मुख संकट पैदा हो गया है. ग्रामीण दरमान सिंह, राजेंद्र सिंह, हिमांशु कप्रवान, बलवीर सिंह आदि का कहना है कि भरदार क्षेत्र में पेयजल संकट के प्रति गंभीरता से कभी काम नहीं किया गया है. कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पानी के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पानी के कारण लोग रातों को सो भी नहीं पा रहे हैं. पाट्îू में तो प्राकृतिक जल स्रोत पर लोग 12 बजे रात तक पानी भरने के लिए लाइन लगा रहे हैं. किसी तरह बर्तन भरकर काम चलाया जा रहा है. ग्रामीणों ने जल संस्थान से तोक की व्यवस्था सुधारने की मांग की है.
इधर, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अनीस पिल्लई ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से सप्लाई की जा रही है. जहां टेंकर संभव नहीं है, वहां वैकल्पिक व्यवस्थाएं बनाई जा रही है. बारिश होते ही समस्या हल हो जाएगी.
हिन्दुस्थान समाचार