देहरादून: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में अब तक 160 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिसने शासन-प्रशासन को चिंता में डाल दिया है. चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु जब अधिक ऊंचाई पर पहुंचते हैं तो हाई एल्टीट्यूड होने की वजह से श्रद्धालुओं को सांस लेने में दिक्कत होती है. इसी वजह से चारधाम यात्रा में मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है.
राज्य आपदाकालीन परिचान केंद्र देहरादून की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार चारधाम यात्रा पर आए 160 श्रद्धालुओं की अब तक मौत हुई है. इसमें सबसे अधिक केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की मौत बताई जा रही है . रिपोर्ट के अनुसार बद्रीनाथ धाम में 38, हेमकुंड में चार, केदारनाथ में 76, गंगोत्री में 13 व यमुनोत्री में 29 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है.
विशेषज्ञ बताते हैं कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में अगर हार्ट अटैक से लोगों की मौत हो रही है तो वह मौतें केवल उम्र दराज लोगों की ही हुई होंगी. इसमें 50 प्रतिशत उम्र की वजह से और 50 प्रतिशत 50 वर्ष के नीचे के लोग भी शामिल हो सकते हैं. मुख्यमंत्री धामी बोले- प्रॉपर चेकअप करवाएं श्रद्धालु.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रियों की मौत के बाद अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं कि वह तमाम राज्यों के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर अपील करें कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु अपना प्रॉपर चेकअप करवाएं.
हिन्दुस्थान समाचार