रुद्रप्रयाग: विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) की ओर से रुद्रप्रयाग शहर में निराश्रित एवं घायल अवस्था में घूम रहे गोवंश को पपड़ासू स्थित गौधाम पहुंचाया गया. इस दौरान नगर पालिका के सफाई कर्मियों का भी विशेष सहयोग रहा. गौ रक्षा विभाग की टीम शहरी इलाकों में जाम की समस्या के साथ ही लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे इन पशुओं के संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास कर रहा है.
गौ रक्षा विभाग लम्बे समय से गोवंश संरक्षण को लेकर आवाज उठाने के साथ ही घायल व बीमार होने पर निराश्रित पशुओं का ट्रीटमेंट कर रहा है, लेकिन इन्हें आशियाना नहीं मिलने से इनके घायल या बीमार होने पर इलाज सही से नहीं हो पा रहा है. इसके अलावा शहरों में आवारा घूम रहे इन पशुओं से जाम की समस्या के साथ ही रात के समय वाहनों की चपेट में आकर भी ये पशु चोटिल हो रहे हैं. ऐसे में गौ रक्षा विभाग की टीम लगातार इनके संरक्षण को लेकर आवाज उठा रहा है. गौ रक्षा विभाग के प्रयास से बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ के सामने पपड़ासू गांव में अस्थाई तौर पर गौ धाम का निर्माण किया गया है. बुधवार को नगर पालिका के सफाई कर्मियों के सहयोग से गौ रक्षा विभाग की टीम ने गोवंश को रुद्रप्रयाग शहर से वाहन के जरिये पपड़ासू पहुंचाया. पपड़ासू में इन निराश्रित पशुओं के लिए आशियाना बनाया गया है. यहां पर 25 गौवंश के लिए रहने की व्यवस्था की गई है.
गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी एवं महामंत्री विमल चौहान ने कहा कि रुद्रप्रयाग शहर में सैकड़ों की संख्या में निराश्रित गाय और नंदी घूम रहे हैं. इनके कारण बाजारों में जाम की समस्या के साथ ही व्यापारियों को भी दिक्कतें हो रही हैं. इसके अलावा रात के समय वाहनों की चपेट में आकर ये घायल भी हो रहे हैं. गौ रक्षा विभाग ने संकल्प लिया है कि बाजारों में निराश्रित घूम रहे घायल व बीमार पशुओं का ट्रीटमेंट के साथ ही उनके लिए आशियाना तैयार किया जायेगा. अभी 25 गोवंश के लिए पपड़ासू में टिनशेड तैयार किया गया है. भविष्य में दो सौ गायों के संरक्षण का लक्ष्य गौ रक्षा विभाग की टीम ने रखा है. पपड़ासू गांव में गौ रक्षा विभाग की जमीन पर जल्द ही एक गौ रक्षा धाम का स्थाई निर्माण किया जायेगा.
हिन्दुस्थान समाचार