नई दिल्ली: प्रधानमंत्री के राज्यसभा में वक्तव्य के दौरान विपक्ष के वाकआउट पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बाहर आकर स्पष्टीकरण दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब के दौरान कुछ ‘गलत बातें’ कही थी. वे इस पर अपनी बात रखना चाहते थे लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया.
मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया, “झूठ बोलना और सच्चाई से परे बातें कहना उनकी आदत है. मैंने उनसे सिर्फ इतना पूछा कि उन्होंने संविधान नहीं बनाया और वे इसके खिलाफ थे. मैं बस यह स्पष्ट करना चाहता था कि कौन संविधान के पक्ष में था और कौन इसके खिलाफ था.”
राज्यसभा से विपक्ष के वॉकआउट पर कांग्रेस नेता और राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री गलत तथ्य पेश कर रहे थे, गलत जानकारी दे रहे थे, तो विपक्ष के नेता कुछ सही तथ्य पेश करने के लिए, सच्ची जानकारी देने के लिए खड़े हुए. विपक्ष ने तथ्यों, आंकड़ों और किताबों के साथ बार-बार कोशिश की, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला, इसलिए जब सदन के सामने सच नहीं आने दिया जा रहा था और झूठ बोला जा रहा था, तो विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में पूरा विपक्ष वॉकआउट कर गया.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सागरिका घोष ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे काे बोलने की अनुमति नहीं देना संसद और संविधान के मानदंडों का अपमान है. उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी गई इसलिए, हम बाहर चले गए.
हिन्दुस्थान समाचार