नई दिल्ली: भारत और मंगोलिया की सेनाओं का संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट’ बुधवार से मेघालय के विदेशी प्रशिक्षण नोड में शुरू हो गया. अभ्यास का यह 16वां संस्करण 16 जुलाई तक चलेगा. भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व 45 कर्मियों वाली सिक्किम स्काउट्स की एक बटालियन और मंगोलिया का प्रतिनिधित्व मंगोलियाई सेना की 150 त्वरित प्रतिक्रिया बल बटालियन के जवान कर रहे हैं.
भारत और मंगोलिया का वार्षिक अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट’ दोनों देशों में हर साल होता है. अभ्यास का पिछला संस्करण जुलाई, 2023 में मंगोलिया में हुआ था. अभ्यास के उद्घाटन समारोह में भारत में मंगोलिया के राजदूत डंब जाविन गेन बोल्ड और भारतीय सेना के 51 सब एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल प्रसन्ना जोशी शामिल हुए. अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र अधिदेश के अध्याय VII के तहत उप-पारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है. यह अभ्यास अर्ध-शहरी और पहाड़ी इलाकों में संचालन पर केंद्रित होगा.
इस दौरान सामरिक अभ्यासों में आतंकवादी कार्रवाई का जवाब देना, एक संयुक्त कमांड पोस्ट की स्थापना, खुफिया और निगरानी केंद्र की स्थापना, एक हेलीपैड, लैंडिंग साइट की सुरक्षा, छोटी टीमों का प्रवेश और निकासी, विशेष हेलीबोर्न ऑपरेशन, घेरा और तलाशी अभियान के अलावा ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम का उपयोग आदि शामिल हैं. मंगोलिया के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख मेजर जनरल ज्ञानब्याम्बा सुनरेव 16 जुलाई को भारतीय सेना की 33 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला के साथ समापन समारोह में भाग लेंगे.
सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि नोमैडिक एलीफेंट अभ्यास से दोनों पक्ष संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में सक्षम होंगे. यह अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन और सौहार्द्र विकसित करने में भी सहायक होगा. इससे रक्षा सहयोग का स्तर भी बढ़ेगा, जिससे दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में और वृद्धि होगी.
हिन्दुस्थान समाचार