उत्तराखंड के बदरीनाथ हाईवे से लोगों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. जोशीमठ में धुली धार के पास 9 जुलाई को बदरीनाथ हाईवे पर हुए लैंडस्लाइड के चलते जो रास्ता ब्लॉक हुआ था उसे बीआरओ ने पैदल यात्रा के दौबारा खोल दिया है. इससे न केवल आम ग्रामीणों बल्कि फंसे हुए तीर्थयात्रियों ने भी राहत भरी सांस ली है. देश रात से हो रही बारिश के चलते हालांकि अभी भी लंगसी, भनेरपानी और पागलनाला और पीपलकोटी का रास्ता अभी भी बंद है.
बता दें जोशीमठ और बदरीनाथ एनएच पर अचानक से मलवा आ जाने से मार्ग पूरी तरह अवरूद्ध हो गया था. इसके लिए बीआरओ ने लगातार 50 से ज्यादा घंटों तक काम जारी रखा जिसके चलते अब जाकर मार्ग को पैदल आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. प्रशासन और एसडीआरएफ की निगरानी में तीर्थयात्रियों को रिस्की जोन से कतारबद्ध करके दूसरे छोर तक पहुंचाया गया है.
इन दिनों उत्तराखंड के कई भागों में लगातार बारिश, लैंडस्लाइड और मलवा आ जाने से रास्ता कई रास्ते बंद हो गए हैं वहीं कई जगहों पर बाढ़ भी आई हुई है. वहीं रात से जारी बारिश ने दिक्कतों को और भी बढ़ा दिया है. इससे न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है बल्कि हाईवे लंगसी, भनेरपानी, पागलनाला और पीपलकोटी के रास्ते बंद हैं.
उल्लेखनीय है कि 9 जुलाई को जोशीमठ के चुंगी-धार के पास एक ही दिन में दो बार लैंडस्लाइड हुआ. इससे भारी मात्रा में सड़क को नुक्सान पहुंचा है और कड़ी मशक्कत के बाद रास्ते को दोबारा आवागमन के लिए खाला जा रहा है.