Haridwar: दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाने को लेकर हो रहे विवाद के बीच उत्तराखंड कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि चारधाम समेत प्रदेश के प्रमुख मंदिरों का नाम कहीं भी इस्तेमाल ना हो सके, साथ ही इसको रेगुलेट करने के लिए कड़े प्रावधान किये जाएंगे. धर्मस्व विभाग की ओर से कड़े विधिक प्रावधान लागू करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. इस निर्णय का भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने स्वागत करते हुए इसे सनातन की रक्षा और देवभूमि की गरिमा को बनाए रखने के लिए उठाया गया कदम बताया है.
कल आयोजित हुई कैबिनेट बैठक में जनभावनाओं के अनुरूप चारों धामों के नाम का दुरुपयोग रोकने के लिए कड़े कानून बनाए जाने का निर्णय लिया गया है साथ ही सुदृढ़ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में यूजर चार्ज की दरें एक समान कर दी गई हैं। प्रदेश के सरकारी विवि में हिंदू अध्ययन… pic.twitter.com/I5xJAvxmAY
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 19, 2024
जारी बयान में संजय गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देवभूमि की गरिमा, मान-मर्यादा की रक्षा के लिए कृतसंकल्प हैं. पूर्व में उन्होंने अवैध ढांचों को ध्वस्त कर इस बात का सबूत दे दिया था कि देवभूमि की मर्यादा से कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि कैबिनेट में लिए गए सभी निर्णयों से प्रदेश की जनता को लाभ मिलेगा और सीएम धामी के नेतृत्व में प्रदेश विकास के मार्ग पर तीव्र गति से आगे बढ़ेगा.
हिन्दुस्थान समाचार