Dehradun: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने कहा कि कारगिल दिवस एक ऐसा दिन है जिसे हम कभी भूल नहीं सकते. यह दिवस हमें कठिन चुनौतियों में तैयार रहने के लिए भी प्रेरित करता है. कारगिल के वीर जवानों की वीर गाथा हम सभी को सदैव राष्ट्र प्रेम व देश भक्ति की प्रेरणा देती है.
पुष्पांजलि अर्पित कर वीर सपूतों को किया याद
राज्यपाल ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शुक्रवार को देहरादून के चीड़बाग में शौर्य स्थल स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनके सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए यह बातें कही. राज्यपाल ने कहा कि कारगिल विजय में सैन्यभूमि के जांबाजों का बहुत बड़ा योगदान रहा. उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान अपनी बहादुरी व शौर्य का परचम लहराया. कारगिल के वीर जवानों की वीर गाथा हम सभी को सदैव राष्ट्र प्रेम व देश भक्ति की प्रेरणा देती है.
राज्यपाल ने कहा कि जिन वीर जवानों ने अपने देश की संप्रभुता और अखंडता के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए आज उन्हें नमन और श्रद्धांजलि प्रदान करने का दिन है. उन्होंने कहा कि 25 वर्ष पूर्व कारगिल में विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी हमारी सेना ने अपने शौर्य व पराक्रम से दुश्मनों को परास्त कर जो विजय हासिल की थी उस पर हम सभी को गर्व है. कारगिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने देश की आन, बान और शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, जिसे हमें कभी भुलाना नहीं चाहिए.
राज्यपाल ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम वीर जवानों के परिवारों, वीरांगनाओं की हर संभव मदद करें. यही उन शहीदों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. इस अवसर पर राज्यपाल ने शौर्य स्थल पर पूर्व सैनिक और एनसीसी के कैडेट्स से भी मुलाकात की.
इस अवसर पर उत्तराखंड सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल आर प्रेम राज के साथ-साथ नौसेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी, जेसीओ और देहरादून स्टेशन के सैनिक भी शामिल हुए. तीनों सेनाओं के पूर्व सैनिक और एनसीसी कैडेट भी मौजूद थे.
हिन्दुस्थान समाचार