नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने चालू वित्त वर्ष 20224-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे का ऐलान कर दिया है. अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का मुनाफा 41 फीसदी बढ़कर 2,403 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बैंक को 1,709 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.
इंडियन बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया कि खराब कर्ज में कमी से अप्रैल-जून तिमाही में बैंक के नतीजे बेहतर रहे हैं. बैंक के मुताबिक पहली तिमाही में इंडियन बैंक की कुल आय बढ़कर 16,945 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 14,759 करोड़ रुपये थी. चेन्नई स्थित बैंक की पहली तिमाही में ब्याज आय सालाना आधार पर 13,049 करोड़ रुपये से बढ़कर 15,039 करोड़ रुपये हो गई.
बैंक के मुताबिक परिसंपत्ति की गुणवत्ता के मामले में उसकी सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 30 जून, 2024 तक कुल कर्ज पर 3.77 फीसदी थी, जो एक साल पहले 5.47 फीसदी था. बैंक ने बताया कि उसका शुद्ध एनपीए भी सालाना आधार पर 0.70 फीसदी से घटकर 0.39 फीसदी पर आ गया. एनपीए घटने के कारण खराब कर्ज के लिए प्रावधान पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 930 करोड़ रुपये से घटकर 896 करोड़ रुपये रह गया। इसके अलावा बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 30 जून, 2023 को 15.78 फीसदी की तुलना में बढ़कर 16.47 फीसदी हो गया है.
हिन्दुस्थान समाचार