बेरूत: इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगर में विस्फोट कर एक हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर को निशाना बनाया. इसे हज मोहसिन के तौर पर भी जाना जाता था. इजराइल ने कहा है कि इस कमांडर ने सप्ताहांत में इजराइली नियंत्रित गोलान हाइट्स पर हमला किया था. इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच शनिवार से तनाव बढ़ गया था. इजराइल का आरोप है कि हिजबुल्लाह ने मजदल शम्स के ड्रूस गांव में फुटबॉल खेल रहे 12 बच्चों और किशोरों को निशाना बनाकर मौत के घाट उतार दिया. जिसका हिसाब चुकता करते हुए इजराइल ने ये एक्शन लिया है.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया कि हालांकि हिजबुल्लाह ने इस बात से इनकार किया है कि वह उस हमले के पीछे था. इस पर इजराइली सेना ने कहा है कि यह हमला हिजबुल्लाह ने ही किया. यह मानने की काफी सारी वजह मौजूद हैं इजराइली रक्षा अधिकारियों ने कहा कि बेरूत में इजराइली हमले का निशाना हिजबुल्लाह का वरिष्ठ अधिकारी फुआद शुक्र था. वह समूह के महासचिव हसन नसरल्लाह का करीबी है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 35 लोग घायल हो गए.
अमेरिका को थी फउद शुकर की तलाश
बता दें कि फउद शुकर के नेतृत्व में 23 अक्टूबर 1983 को बेरूत में अमेरिकी मरीन कॉप्स पर हिज्बुल्लाह बमबारी कर सब तहस-नहस कर दिया था. इस दौरान 241 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी साथ ही बड़ी संख्या में घायल भी हुए थे. इस बमबारी को सबसे घातक आक्रमणों में से एक माना जाता है. जिसके बाद ही अमेरिका ने फउद पर 5 मिलियन डॉलर्स का इनाम रखा हआ था.