Dehradun: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में बुधवार को राजधानी देहरादून में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे. लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की. देहरादून में विभिन्न संगठनों ने गांधी पार्क से आक्रोश रैली निकाली और घंटाघर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच जिलाधिकारी सोनिका के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.
दून उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल और महामंत्री सुनील मैसोन ने कहा कि बांग्लादेश में हिंसक घटनाओं की फोटो व वीडियो के माध्यम से अत्याचार दिखाई दे रहा है, जिसमें हमारी मां और बहनों एवं व्यापारियों के प्रतिष्ठानों को उजाड़ा जा रहा है. ज्ञापन के माध्यम से बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर वहां की सरकार से समन्वय बनाने की मांग की गई है.
देहरादून डिस्ट्रीब्यूटर्स पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष मित्तल ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में दून में दो घंटे मेडिकल स्टोर और पेट्रोल पंप समेत सभी दुकानें बंद रहीं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बंद शांतिपूर्ण रहा और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली.
सरकार से उचित कदम उठाने की मांग
वक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की निंदा की और भारत सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की. हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि बांग्लादेश ने मानवता को शर्मसार करने वाला कार्य किया है. बांग्लादेश में हिंदू लोगों को घरों से निकालकर मारा जा रहा है और उन पर सरेआम अत्याचार हो रहे हैं.
धर्मगुरुओं ने कहा कि बांग्लादेश को आजाद करने में भारत का सबसे बड़ा योगदान रहा है. आज बांग्लादेश भारत की वजह से एक देश बना है. भारत के लोगों के साथ कुठाराघात, अत्याचार, अन्याय हो रहा है और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं. हिंदू मंदिरों को भी तोड़ा जा रहा है. बांग्लादेश में लोगों को ईश्वर सद्बुद्धि दे.
प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र बोले- स्वतंत्रता के स्व की करे रक्षा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रांत प्रचारक उत्तराखंड डॉ. शैलेंद्र ने कहा कि दूनवासियों की यह प्रखर आवाज बांग्लादेश में पीड़ित हिंदुओं का संबल बनेगी. उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी का कर्तव्य है कि वह स्वतंत्रता के स्व की रक्षा करे. दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं, जो दूसरे देशों पर हावी होना चाहते हैं. हमें सतर्क और सावधान रहना होगा और उनसे खुद को बचाना होगा.
भारत ने कभी किसी पर नहीं किया हमला, मदद करने की रही है परंपरा
प्रांत प्रचारक ने कहा कि हम स्थिति देख सकते हैं. पड़ोसी देश में बहुत हिंसा हो रही है और वहां रहने वाले हिंदू बिना किसी कारण के हिंसा का सामना कर रहे हैं. भारत में दूसरों की मदद करने की परंपरा है. भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया बल्कि उन लोगों की मदद की, जो हमारे साथ कैसा भी व्यवहार करते हैं.
हिन्दुस्थान समाचार