कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्य संचालित अस्पतालों में गुरुवार को लगातार 14 वें दिन स्वास्थ्य सेवाएं बाधित रहीं, क्योंकि जूनियर डॉक्टरों ने लगातार 14वें दिन हड़ताल जारी रखी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आरजीकेएमसीएच) में एक पीजी प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या के बाद हालांकि, राज्य सरकार ने आरजीकेएमसीएच के तीन अधिकारियों का तबादला कर दिया और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की कोलकाता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (सीएनएमसी) में की गई नियुक्ति रद्द कर दी, फिर भी डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल जारी रखी है.
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने बताया, “हमारी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक हमारी मुख्य मांग पूरी नहीं हो जाती. हम अपनी बहन को न्याय दिलाने की मांग पर डटे हैं. हम आज सुप्रीम कोर्ट के घटनाक्रम को देखेंगे और उसके बाद आगे की रणनीति तय करेंगे.” प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने बताया, “हम आज सुप्रीम कोर्ट में होने वाले घटनाक्रम को देखने के बाद बैठक करेंगे और फिर हड़ताल के मुद्दे पर फैसला करेंगे.”
वहीं इस मामले में टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी की तरफ से अपनी ही सरकार को सलाह दी गई है. मामले पर दुख जताते हुए उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “पिछले 10 दिनों में, जब देश आरजीकर मेडिकल कॉलेज की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा था और न्याय की मांग कर रहा था, उसी समय देश के विभिन्न हिस्सों में बलात्कार की 900 घटनायें हुई हैं. इस भयानक अपराध के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोगों के समय में ये घटनाएं हुई हैं. दुख की बात है कि अब तक एक स्थायी समाधान की व्यापक चर्चा नहीं हुई है.”
हिन्दुस्थान समाचार