Dehradun: पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. इससे कहीं भूस्खलन तो कहीं चट्टान टूटकर गिर रहे हैं. शुक्रवार को चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुरसाडी के पास पत्थरों का ढेर और मलबा आने से हाइवे पर आवागमन बंद हो गया और कई वाहन मार्ग पर ही फंस गए. हालांकि वैकल्पिक मार्गों से वाहनों को भेजा जा रहा है.
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. वहीं भूस्खलन और पहाड़ गिरने को लेकर भी चेताया है. भारी बारिश के बाद कई जगह से भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है. शुक्रवार को बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुरसाडी के पास मलबा आने के कारण हाईवे पर अचानक वाहनों के पहिए थम गए और लंबी कतार लग गई. कई वाहन मार्ग पर ही फंस गए. इसके अलावा नन्दप्रयाग के पास बद्रीनाथ हाईवे बंद होने से वाहनों की आवाजाही नन्दप्रयाग-कोठियालसैण वैकल्पिक मार्ग से कराई जा रही है.
वैकल्पिक मार्ग से भेजे जा रहे वाहन
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नन्दप्रयाग और चमोली के बीच भारी भूस्खलन होने के कारण सुबह से ही दो स्थानों पर मार्ग अवरूद्ध हो गया था. इसके बाद हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. पुलिस की ओर से यातायात सुचारू बनाने के लिए वाहनों को कतारबद्ध करते हुए नन्दप्रयाग-कोठियालसैण वैकल्पिक मार्ग से चमोली के लिए भेजा जा रहा है.
नदी-नाले उफान पर, पहाड़ों पर भूस्खलन का खतरा
बता दें कि चमोली में हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. बारिश के कारण पहाड़ों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. पुलिस ने मौसम का अपडेट देखकर ही यात्रियों से आवाजाही करने की अपील की है.
हिन्दुस्थान समाचार