Uttarakhand: भारतीय अखाड़ा परिषद ने अगले साल 2025 में होने वाले महाकुंभ को लेकर बड़ी घोषणा की है. कुंभ में इस बार शाही, और पेशवाई जैसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाएगा. परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविद्रपुरी ने कुछ वक्त पहले ही इस बड़े आदेश की घोषणा की है. इसके पीछे तर्क दिया गया है कि यह शब्द सनातन धर्म और संस्कृति से जुड़े हुए मालूम नहीं होते हैं.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी की तरफ से बताया है कि इन शब्दों के स्थान पर प्रयोग होने वाले शब्दों को लेकर फिलहाल विचार किया जा रहा है जिसे लेकर निर्णय प्रयागराज में होने वाले सम्मेलन के दौरान लिया जाएगा. साथ ही यह भी बताया गया कि स्नान शब्द के साथ राजसी जैसे शब्दों के प्रयोग को लेकर आपसी सहमति बन रही है. इसे लेकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला आ सकता है.
बता दें कि चार जगहों पर होने वाले कुंभ मुख्य तौर पर काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. यह बारी-बारी से नासिक, उज्जैन, हरिद्वार, और प्रयागराज में होता है. इस बार 2025 में महाकुंभ प्रयागरज में होने जा रहा है. इसके लिए अखाड़ा परिषद की तरफ से जल्द ही कोई नोटिफिकेशन जारी की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि कुंभ में शाही और पेशवाई जैसे शब्द बड़े पैमाने पर प्रयोग में लाए जाते रहे हैं मगर अब समय की मांग को देखते हुए इन शब्दों को न प्रयोग करने का फैसला लिया गया है. इस महाकुंभ की शुरूआत 13 जनवरी 2025 से यानी मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर शुरू होने जा रहा है. इसकी तैयारी उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गई हैं.