नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले नेशनल पीपुल्स पावर के नेता अनुरा कुमार दिसानायके ने आज देश की बागडोर संभाल ली है. उन्होंने राष्ट्रपति सचिवालय में श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है. इस रिजल्ट को लेकर ज्यादातर देश हैरान हैं और अब यह चर्चाएं भी होने लगी हैं कि दिसानायके अब भारत या चीन में से किसका समर्थन करेंगे? उनके कदम ही दोनों देशों के संबंधों को तय करेंगे जिसका जवाब अब खुद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने दे दिया है.
Congratulations @anuradisanayake, on your victory in the Sri Lankan Presidential elections. Sri Lanka holds a special place in India’s Neighbourhood First Policy and Vision SAGAR. I look forward to working closely with you to further strengthen our multifaceted cooperation for…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2024
56 वर्षीय दिसानायके के निर्वाचित होने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स हैंडल पर उन्हें बधाई दी. श्रीलंका के समाचार पत्र डेली न्यूज ने अनुरा कुमार दिसानायके की जीत को अपने आज के अंक में शानदार तरीके से प्रस्तुत किया है. डेली न्यूज के अनुसार, भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा, ” अनुरा कुमार दिसानायके आपको श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर बधाई. भारत की पड़ोस प्रथम नीति और विजन सागर में श्रीलंका का विशेष स्थान है. मैं अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए सहयोग को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हूं.”
Thank you, Prime Minister Modi, for your kind words and support. I share your commitment to strengthening the ties between our nations. Together, we can work towards enhancing cooperation for the benefit of our peoples and the entire region. https://t.co/rtQEXyiFUI
— Anura Kumara Dissanayake (@anuradisanayake) September 23, 2024
इसका जवाब देते हुए दिसानायके ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है. एक्स पर ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि आपके समर्थन के लिए शुक्रिया, दोनों देशों के संबंधों की मजबूती के लिए प्रतिबद्धता को साझा करता हूं, हम साथ में आकर दोनों देशों के लाभ और सहयोग के लिए कार्य कर सकते हैं.
डेली न्यूज के अनुसार, कल चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद दिसानायके ने कहा कि ऐसा पहली बार है कि चुनाव के बाद हिंसा बहुत कम हुई है. अब चुनाव कराने के तरीके में बदलाव की जरूरत है. जीत का जश्न मनाने के तरीके में भी बदलाव होना चाहिए. उन्होंने कल रात चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा के बाद अपने प्रतिद्वंद्वियों की मौजूदगी में लोगों को संबोधित किया. दिसानायके ने कहा कि जीत का जश्न मनाने की संस्कृति जो हारने वाले के मन में डर पैदा करती है, उसे खत्म किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि वे देश के हित के लिए अन्य दलों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं. बेहतर राजनीतिक संस्कृति बनाने की जिम्मेदारी सभी की है. उन्होंने कहा कि देश आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में अस्थिरता का सामना कर रहा है. हम सबको इस दिशा में काम करना होगा.
निर्वाचन आयोग के अनुसार दिसानायके अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी साजिथ प्रेमदासा से लगभग 10 प्रतिशत मतों के अंतर से विजयी हुए. उन्होंने ने 22 जिलों में से 14 जिलों में जीत हासिल की. इस बार चुनाव में 38 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई. मगर मुख्य मुकाबला तत्कालीन राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा और वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच माना जा रहा था.
हिन्दुस्थान समाचार