Rudraprayag: केदारघाटी में अतिवृष्टि के चलते केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा मार्ग के महत्वपूर्ण पड़ाव रामबाड़ा में क्षतिग्रस्त पुल का रिकॉर्ड अवधि में पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो गया. मंगलवार से इस पुल पर आवाजाही भी शुरू हो गई है. इस पुल के बन जाने से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अतिवृष्टि से रामवाड़ा के क्षतिग्रस्त पुल के पुनर्निमाण का लगातार मामले पर अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने इसके लिए गढ़वाल कमिश्नर सहित आपदा सचिव को भी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी है. जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के नेतृत्व में डिस्ट्रिक डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की टीम ने विपरीत परिस्थितियों के बीच रिकॉर्ड समय में पुल का निर्माण पूरा कर दिया है.
अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिकवांण ने बताया कि 21 मीटर स्पाम का यह पुल सुरक्षात्मक कार्यों के साथ मिलाकर करीब 75 लाख में बनकर तैयार हो गया है. इस पर श्रद्धालुओं एवं घोड़े- खच्चरों का आवागमन मंगलवार से शुरू करवा दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि केदारघाटी में 31 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के चलते केदरनाथ पैदल मार्ग 17 जगहों पर अत्यधिक क्षतिग्रस्त हो गया था. इसमें सबसे महत्वपूर्ण रामबाड़ा का पुल भी शामिल था. पुल न होने से श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्ग से ज्यादा दूरी तय करके जाना पड़ रहा था. विभिन्न स्थानों पर रास्ते क्षतिग्रस्त होने के चलते घोड़े-खच्चरों का संचालन बंद था, जिसके चलते पुल से जुड़ी सामग्री समय पर नहीं पहुंच पा रही थी. बावजूद इसके संबधित विभाग ने न्यूनतम समय में कार्य पूर्ण किए जाने पर जिलाधिकारी ने डीडीएमए की सराहना की.
हिन्दुस्थान समाचार