नई दिल्ली: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद और उनकी पत्नी और मालदीव की पहली महिला साजिदा मोहम्मद द्विपक्षीय यात्रा पर भारत आए हुए हैं. इस दौरे को कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, इस दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारत के दौरे पर आए राष्ट्रपति के कदमों की प्रशंसा की है.
बता दें कि भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मुइज्जू से मुलाकात के बीच भारत और मालदीव के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है. साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई है कि पीएम मोदी से होने वाली वार्ता भी दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने में मदद करेगी.
बता दें कि मालदीप के राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ एक्स पर अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा कि भारत के सरकारी दौरे पर राष्ट्रपति मुइज्जू का स्वागत करते हुए काफी खुश हैं.
Pleased to call on President @MMuizzu today at the start of his State Visit to India.
Appreciate his commitment to enhance 🇮🇳 🇲🇻 relationship. Confident that his talks with PM @narendramodi tomorrow will give a new impetus to our friendly ties. pic.twitter.com/UwDjnCZ0t6
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 6, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल ही में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि मालदीव कभी कोई ऐसा फैसला नहीं लेगा जिससे भारत और उनके रिश्तों में खटास आए. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत इस बात को लेकर उन पर भरोसा कर सकता है.
दरअसल मौजूदा समय में चीन और मालदीव के रिश्ते काफी बेहतर है साथ ही दोनों इसे लेकर खबरों में भी बने रहते हैं. इस पर राष्ट्रपति मुइज्जू की तरफ से कहा गया है भारत हमारा अहम व्यापारिक साझेदार है, साथ ही हमारी दोस्ती भी काफी पुरानी है ऐसे में मालदीव का कोई भी फैसला भारत की सुरक्षा पर कोई भी आंच आने नहीं देगा. साथ ही किसी दूसरे देश से बातचीत हमारे संबंधों को कमजोर नहीं करेगी.
इस दिनों 6 अक्तूबर से लेकर 10 अक्तूबर तक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत की अधिकारिक यात्रा पर आए हैं. इस दौरान वो प्रधानमंत्री मोदी और कई अनेक वरिष्ठ मंत्रियों से द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. इसे दोनों ही देशों के भविष्य के संबंधों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बता दें कि यह मुइज्जू का दूसरा भारत का दौरा है.