ज्योतिर्मठ: ज्योतिर्मठ में हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है. बाईपास निर्माण के विरोधियों की भविष्यवाणी सच होती दिख रही है, क्योंकि सोमवार को हेलंग-मारवाड़ी बाईपास पर निर्माण कार्य के दौरान एक चट्टान ढह गई है और मजदूरों को जान बचाकर भागना पड़ा.
ज्योतिर्मठ के निवासी लंबे समय से इस बाईपास निर्माण का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने धरना प्रदर्शन, जुलूस निकालने जैसे कई तरीकों से अपना विरोध दर्ज कराया है. मूल निवासी स्वाभिमान संगठन ज्योतिर्मठ के अध्यक्ष भुवन चन्द्र उनियाल ने तो यहां तक कहा था कि इस बाईपास निर्माण का परिणाम विनाशकारी होगा और यह जल्द ही क्षतिग्रस्त हो जाएगा. उनकी यह भविष्यवाणी अब सच होती दिख रही है.
1988-89 में भी इसी तरह का प्रयास किया गया था, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध और इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद निर्माण रुक गया था. तब भी एक चट्टान ढही थी. अब बीआरओ फिर से इस परियोजना को आगे बढ़ा रहा है, लेकिन प्रकृति के साथ खिलवाड़ के परिणाम सामने आ रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार