Dehradun: राज्य सरकार ने शहरी निकायों में कार्यरत पर्यावरण मित्रों के जीवन बीमा के रूप में मिलने वाली दो लाख की धनराशि को बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है. यह जानकारी शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने दी है.
सोमवार कोशहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री घोषणा के तहत प्रदेश के शहरी निकायों में लगभग 6500 पर्यावरण मित्र (नियमित, संविदा, मोहल्ला स्वच्छता समिति) कार्यरत हैं. इन पर्यावरण मित्रों को अभी तक जीवन बीमा के रूप में दो लाख रुपये की राशि राज्य सरकार की ओर से दी जाती थी. सरकार ने अब इस बीमा राशि में इजाफा करते हुए इसे पांच लाख रुपये कर दिया है. उन्होंने बताया कि जीवन बीमा की विशेषता यह है कि इसमें मृत्यु किसी भी कारण से होने पर जीवन बीमा का लाभ अनुमन्य होगा. जीवन बीमा का प्रीमियम पूर्णतः राज्य सरकार की ओर से वहन किया जाएगा. जिसकी लागत वर्तमान में कार्यरत पर्यावरण मित्रों की संख्या के आधार पर लगभग 1.6 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष है.
मंत्री ने कहा कि धामी सरकार सिर्फ घोषणाएं ही नहीं करती, बल्कि अपने ही कार्यकाल में उन्हें धरातल पर भी उतारती है. मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश के नगर निकायों में कार्यरत पर्यावरण मित्रों को पूर्व में भी मानदेय में बढ़ोतरी कर सौगात दी थी, जिसमें सभी श्रेणियां के सफाई कर्मियों के मानदेय में एकरूपता लाते हुए पांच सौ रुपये प्रतिदिन किया था.
हिन्दुस्थान समाचार