WPI Inflaton: खुदरा के बाद थोक महंगाई दर में भी इजाफा हुआ है. थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित थोक महंगाई दर सालाना आधार पर अक्टूबर में बढ़कर 2.36 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जबकि सितंबर में यह 1.84 प्रतिशत रही थी.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को जारी आंकड़े में बताया कि अक्टूबर में खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़कर 11.59 प्रतिशत पर आ गई है, जबकि सितंबर में यह 9.47 प्रतिशत पर रही थी. सब्जियों की कीमतों में सितंबर महीने के 48.7 प्रतिशत की तुलना में अक्टूबर में उछलकर 63.04 प्रतिशत पर आ गई है. इसी तरह अक्टूबर में विनिर्मित उत्पादों की महंगाई 1.5 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जबकि सितंबर में यह 1 प्रतिशत थी. हालांकि, अक्टूबर में ईंधन और बिजली की कीमतों में पिछले महीने की तुलना में 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है.
इससे पहले जारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.2 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो सितंबर में 5.5 प्रतिशत थी. महंगाई बढ़ने से अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत दिखने लगने हैं. आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा महंगाई दर 4.5 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया है. रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा था कि महंगाई दर कम हो रही है, लेकिन प्रक्रिया धीमी और असमान है.
हिन्दुस्थान समाचार