मध्य प्रदेश: उत्तर से लेकर दक्षिण तक देश का कोई भी राज्य क्यों हो वक्फ बोर्ड की मनमानियों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. घर की जमीन हो या फिर गांव की वक्फ बोर्ड हर जगह अपने दावे ठोंक रहा है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के देवास से सामने आया है जहां ईसाईयों के कब्रिस्तान पर ही अपना दावा पेश कर दिया. इस जमीन को बोर्ड ने अपने नाम पर संपत्ति के रूप में दर्ज कर लिया है.
दरअसल, हाल ही में देवास में ईसाई समाज के लोगों ने वक्फ बोर्ड के टॉर्चर की शिकायत की है. बताया जाता है कि देवास जूनियर में मुसलमानों का कब्रिस्तान है, इसे पहले से ही वक्फ बोर्ड की संपत्ति के तौर पर रजिस्टर किया हुआ है. वहीं उसके पास ही सर्वे नंबर 83 है जोकि ईसाई धर्म का कब्रिस्तान है. जमीन से जुड़े राजस्व के आंकड़े भी इस तथ्य को साबित करते हैं. दर्ज की गई शिकायत में बताया गया है कि अब मनमाने तरीके से वक्फ बोर्ड ने इस जमीन को भी अपने नाम पर दर्ज कर लिया है.
बता दें कि इस मामले में अब वक्फ बोर्ड के खिलाफ द ग्रेस चर्च ने शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि इसके उलट बोर्ड का कहना है उसने किसी जमीन को नहीं हथियाया है बल्कि इस लिस्ट में दर्ज ईसाईयों और मुस्लिमों का सर्वे नंबर अलग है. वहीं बॉर्ड कमेटी के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया है कि ईसाई लोग उनके खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रहे हैं. इस पर कब्रिस्तान कमेटी के सचिव का कहाना है कि स्टेशन रोड़ पर दोनों के ही कब्रिस्तान हैं और उनके अलग नंबर हैं. मगर इस सर्वे में नंबर 83 को भी शामिल किया गया है जोकि ईसाई कब्रिस्तान का ही हिस्सा है .