साहरनपुर: दिल्ली-देहरादून ग्रीन एलिवेटिड एक्सप्रेस वे 709 का निर्माण कार्य इन दिनों जारी है. इसी बीच हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने इस बीच एक्सप्रेस वे के निर्माण में प्रयोग हो रही आधुनिक तकनीकों के साथ पर्यावरणीय सुरक्षा के उपायों के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी हासिल की.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान एक्सप्रेस वे के निर्माण में इस्तेमाल हो रही आधुनिक तकनीकों और पर्यावरणीय सुरक्षा उपायों के बारे में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। इस प्रोजेक्ट में इकोलॉजी और इकोनॉमी का समन्वय करते हुए एशिया का… pic.twitter.com/0L8vqfYbWB
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 2, 2024
बता दें कि इस प्रोजेक्ट में में इकोलॉजी और इकोनॉमी के बीच सामंजस्य बैठाते हुए एशिया के सबसे बड़े वाइल्ड लाइफ कोरिडोर के रूप में तैयार किया जा रहा है. इसके अंदर उन्नत तकनीकों का प्रयोग किया गया है. जिसकी मदद से वन्यजीवों की सुरक्षा और उनकी आवाजाही को पूरी तरह मुक्त और सुरक्षित बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निरीक्षण करते हुए इससे जुड़े सवालों को भी अधिकारियों से किया.
इस हरित एक्सप्रेस वे के नीचे राजा जी टाइगर रिजर्व है और इसे बनाते समय इस बात का खास ख्याल रखा गया है कि वन्यजीव और जंतुओं को इससे कोई भी नुकसान न पहुंचे. इसी वजह से इस क्षेत्र में ऊंचे मार्ग को बनाया गया है और इस फ्लाइऑवर सड़क का निर्माण सूखी नदी पर ऊंचे पिलर बनाकर किया गया है. हमारें केंद्रीय सड़क एवं परिवहन नितिन गड़करी अक्सर देहरादून दिल्ली एक्सप्रेस वे परियोजना का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर इसका जिक्र करते रहे हैं.
बता दें कि ये एक्सप्रेस वे पर सफर करने से दिल्ली से देहरादून तक यात्रा में लगने वाला समय घटकर केवल 2.5 घण्टे का ही रह जाएगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से न केवल उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आएगा बल्कि ये पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में योगदान देंगी.
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