Gopeshwar: सैन्य भूमि सवाड़ में शहीद सैनिकों की वीरता को सलाम करने के लिए आयोजित तीन दिवसीय अमर शहीद सैनिक मेला का शनिवार को धूमधाम से आगाज हुआ. गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने इस मेले का शुभारंभ करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और गांव में सैनिक म्यूजियम के निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की निधि की घोषणा की. इस विशेष अवसर पर उन्होंने क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं दी और सवाड़ के सैनिकों के योगदान को याद किया.
सांसद बलूनी ने सवाड़ स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर वीर भूमि के अमर शहीदों को नमन किया. इस दौरान उन्होंने शहीद सैनिकों की स्मृति में आयोजित मेले की सराहना की और कहा कि यह मेले हमारे जवानों की वीरता और बलिदान को कभी भुलने नहीं देंगे.
सांसद बलूनी ने सवाड़ में सैनिक म्यूजियम के लिए 10 लाख रुपये की निधि देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि यह म्यूजियम सैनिकों की वीरता और शहादत के गौरव को संजोने का एक महत्वपूर्ण कदम होगा.” इसके अलावा, सांसद ने यह भी कहा कि जल्द ही सवाड़ में केंद्रीय विद्यालय के प्रस्ताव को स्वीकृत कराया जाएगा, जिससे क्षेत्र के बच्चों को बेहतर शिक्षा का अवसर मिल सके.
सांसद बलूनी ने 18 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में 14 लाख रुपये की लागत से निर्मित स्मारक का अनावरण भी किया. उन्होंने कहा कि यह स्मारक हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को सम्मानित करेगा और आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेगा.
सीमांत क्षेत्र में सुविधाओं का होगा विकास
सांसद बलूनी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार सीमांत क्षेत्र में सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने यह भी बताया कि शहीद सैनिकों के परिवारों को सरकारी सेवा में एक व्यक्ति को अवसर देने की योजना बनाई गई है. थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने इस अवसर पर देवाल ब्लॉक में पर्यटन सुविधाओं के विकास की मांग की और कहा कि इस क्षेत्र में अपार पर्यटन संभावनाएं हैं, जिन्हें सही दिशा में विकसित करने की आवश्यकता है. उन्होंने सवाड़ मेले के सफल संचालन के लिए दो लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की.
इस मौके पर थराली विधायक भूपाल टम्टा, भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश मैखुरी, जिला पंचायत सदस्य आशा धपोला, मेलाध्यक्ष आलम सिंह, संयोजक दयाल सिंह, उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में मेले में शामिल लोग मौजूद रहे.
सवाड़ का सैनिक इतिहास
सवाड़ गांव का सैनिक इतिहास गौरवमयी रहा है. यहां से 22 सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था, जबकि 38 सैनिकों ने द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा लिया. सवाड़ के 14 सैनिकों ने पेशावर कांड में भाग लिया, और 17 सैनिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में याद किए जाते हैं. 1971 के बांग्लादेश युद्ध में इस गांव से 28 सैनिकों ने भाग लिया था, जबकि ऑपरेशन ब्यूल स्टार में 15 सैनिकों ने अपनी वीरता दिखाई. वर्तमान में सवाड़ गांव से 128 सैनिक भारतीय सेना में सेवारत हैं.
हिन्दुस्थान समाचार