Dehradun: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने “वन नेशन वन इलेक्शन” प्रस्ताव को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेजने का स्वागत करते हुए इसे देश के विकास और समृद्धि के लिए आवश्यक कदम बताया है. प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि भाजपा इस बिल को आम सहमति से पास कराने की पक्षधर है और इसे जेपीसी में भेजने का निर्णय इसी दिशा में एक सकारात्मक कदम है. उन्होंने कांग्रेस के विरोध को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 1967 तक कांग्रेस ने खुद देश में एक साथ चुनाव कराए. आज उसी व्यवस्था को संघीय ढांचे पर हमला बताने का उनका दावा हास्यास्पद है.
जेपीसी में विस्तृत चर्चा का स्वागत
महेंद्र भट्ट ने कहा कि यह प्रस्ताव जनभावनाओं का सम्मान करता है. बार-बार चुनावी प्रक्रियाओं से विकास और जनकल्याण योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. अलग-अलग समय पर चुनाव कराने से प्रशासनिक संसाधनों का बड़ा हिस्सा चुनाव में व्यस्त हो जाता है और जनता के पैसे और समय की हानि होती है.
कांग्रेस पर पलटवार
भट्ट ने कहा कि 1967 तक देश में एक साथ चुनाव होते थे. यदि यह संघीय ढांचे पर हमला था, तो कांग्रेस को उस दौर के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने 1967 में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर किया और चुनी हुई राज्य सरकारों को गिराकर “वन नेशन वन इलेक्शन” व्यवस्था को समाप्त कर दिया.
राष्ट्रहित में सुधार का आह्वान
उन्होंने कहा कि बार-बार चुनावी माहौल देश के विकास को बाधित करता है. अब समय आ गया है कि सभी राजनीतिक दल राष्ट्रहित में एकजुट होकर इस विधेयक का समर्थन करें. 2024 के जनादेश का भी यही संदेश है कि जनता विकास को प्राथमिकता देना चाहती है.महेंद्र भट्ट ने आग्रह किया कि संसद में इस विधेयक पर विस्तृत चर्चा कर इसे शीघ्र कानून का रूप दिया जाए ताकि देश विकास के एक नए अध्याय की ओर अग्रसर हो सके.
हिन्दुस्थान समाचार