नगर निकाय चुनाव 2025: हमारे देश की सबसे पुरानी नगर पालिका सीटों के रूप में जानी जाने वाली नैनीताल नगर पालिका को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. इसमें पालिकाध्यक्ष की सीट को पहली बार सामान्य महिला के लिए आरक्षित किया गया है. बता दें कि शहरी विकास विभाग की तरफ से जारी अंतिम आरक्षण लिस्ट में यह बड़ा फेरबदल किया गया है.
सामान्य महिला सीट के रूप में आरक्षित होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस सामान्य महिला उम्मीदवारों की खुशी का ठिकाना नहीं है और वो पूरे जोश के साथ चुनावों में उतरने के लिए तैयार हैं. वहीं पहले अंततिम आरक्षण सूची में इस सीट को अनुसूचित महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित करने का प्रस्ताव दिया गया था. इसके बाद कई उम्मीदवारों के साथ विधायक सरिता आर्य के बेटे मोहित आर्य का अध्यक्ष पद से राजनीति में एंट्री का सपना भी टूट गया है.
बता दें कि इससे पहले चेयरमैन की यह सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए रिजर्व्ड थी. इस पद पर विधायक पुत्र मोहित लंबे पिछले काफी समय से दावेदारी की तैयारी में थे. उनकी तरफ से शहर में होडिंग्स भी लगवाए गए थे. पार्टी सूत्रों के अनुसार पर्यवेक्षकों की बैठक में सभी ने एक स्वर से विधायक के बेटे को टिकट देने का विरोध कर किसी आम कार्यकर्ता को टिकट देने का विरोध किया. रणनीतिकारों का मानना था कि ऐसा होने से चुनावों में परिवारवाद का मुद्दा हावी हो सकता है.
सामने आए नए फैसले के बाद बीजेपी और कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती है. जहां एक तरफ सामान्य महिलाओं में भाजपा से महिलाओं में महिला मोर्चा पूर्व जिलाध्यक्ष जीवंती भट्ट, ज्योति ढौंडियाल, पूर्व दर्जा मंत्री शांति मेहरा, कविता गंगोला, रीना मेहरा बड़ी दावेदारी पेश कर रही हैं तो वहीं कांग्रेस की तरफ से पूर्व विधायक के पुत्र समेत कई बड़े चेहरे खुद ही चुनावों से बाहर हो गए हैं.
इस फैसले को काफी बड़ा माना जा रहा है जिसके बाद नैनीताल में 15 बॉर्डों की तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है. इसके बाद अब श्री कृष्णापुर, मल्लीताल बाजार, आवागढ़, नैनीताल क्लब, अपर माल, अयारपाटा, नारायण नगर, स्नोव्यू वार्ड को अनारक्षित रखा गया है जबकि स्टाफ हाउस व शेर का डांडा को अनुसूचित जाति, राजभवन व हरिनगर अनुसूचित जाति महिला के लिए है. सूखाताल को पिछड़ा वर्ग महिला, सैनिक स्कूल वार्ड को सामान्य महिला के लिए आरक्षित किया गया है.