नई दिल्ली: इन दिनों उत्तराखंड में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है, न केवल ऊंचे पहाड़ी इलाकों बल्कि मैदानी स्थानों पर भी बर्फबारी हो रही है. इसके चलते पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. चकराता-मसूरी-त्यूणी नेशनल हाईवे पर 30 किलोमीटर तक बर्फ की मोटी चादर जम गई है जिसके चलते वहां का यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. हर जगह हो रही बर्फबारी से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही पहुंचे दिल्ली के दो पर्यटक फंस गए मगर गनीमत रही कि वो होटल में ठहरे हुए हैं.
लोगों को आने-जाने के लिए बर्फ हटने का इंतजार करना पड़ रहा है, जिसके चलते लोगों को वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग से बर्फ हटाने के लिए जेसीबी और स्नो कटर का प्रयोग किया जा रहा है. रास्तों पर बर्फ जमने से फिसलन बढ़ गई है और दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ गई है.
जहां एक तरफ बर्फबारी से कुछ लोग परेशान नजर आए तो वहीं किसान खुश दिखाई दे रहे हैं. चकराता क्षेत्र में स्लोफॉल के बाद कई किसान वहां का पारंपरिक नृत्य हारुल करते हुए दिख रहे हैं. जनवरी में माघ मरोज पर्व आता है जिसकी उत्सुक्ता दिसंबर से ही शुरू हो जाती है. किसानों की मानें तो सेब, आड़ू, खुमानी, जैसी फसलों के लिए बर्फबारी काफी लाभदायक रहती है. इसे देखकर देवभूमि के किसानों में खुशी का माहौल है.
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