नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि देश के पास भविष्य में किसी भी महामारी और आपात स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली है।
राज्यसभा में पूरक प्रश्नों के उत्तर देते हुए नड्डा ने कहा कि महामारी की रोकथाम और तैयारी एक साझा वैश्विक जिम्मेदारी है। देश में भविष्य की महामारियों एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के खिलाफ बेहतर तैयारी के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को उनकी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अपेक्षित सहायता प्रदान करती है।
मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान डीएमके की सांसद डॉ. कनिमोझी एमवी सोमू और सीपीआई सांसद एए रहीम ने भविष्य में आने वाली बीमारियों से निपटने की सरकार की तैयारी पर सवाल पूछा। उसके जवाब में जेपी नड्डा ने सदन को बताया कि पिछले दस सालों में स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, विशेष रूप से कोरोना महामारी के दौरान त्वरित कार्रवाई की गई। नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल(एनसीडीसी) के तहत देश में एक एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम है, जो रोग निगरानी के लिए एक मंच है। इसके अलावा देश में रैपिड रिस्पोंस टीमें हैं, जिसे त्वरित प्रतिक्रिया टीम कहा जाता है, जो राज्यों में है। इसके साथ स्वास्थ्य नियंत्रण और रोकथाम के लिए विकेन्द्रीकृत बहु-विषयक टीमें हैं। इसके अलावा, हमारे पास एक एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच है, जहां उन्नत डेटा के साथ विश्लेषण और विश्लेषणात्मक डेटा और डेटा मॉडलिंग उपकरण हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पास 150 प्रयोगशालाएं हैं। उन्होंने कहा कि वायरल अनुसंधान निदान प्रयोगशालाएं भी हैं। भारत में पुणे में एक विश्व स्तरीय राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान है। उन्होंने कहा कि हमारे पास एक बहुत मजबूत प्रणाली है जहां भी कोई महामारी या महामारी की संभावना होती है, ये प्रयोगशालाएं पुष्टि करती हैं कि किस प्रकार का उत्परिवर्तन हो रहा है, क्या परिवर्तन हो रहा है, किस प्रकार की दवा दी जानी है या किस प्रकार का उपचार दिया जाना है। 3 बीएसएल लैब तमिलनाडु में है। इसलिए हमारे पास पुख्ता स्वास्थ्य प्रणाली मौजूद है।
जेपी नड्डा ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नागपुर में 112 करोड़ रुपये से राष्ट्रीय एक स्वास्थ्य मिशन(एनओएचएम) की शुरुआत की गई है। वित्तीय आंवटन की जानकारी देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि कोरोना काल के दौरान इमरजेंसी रिस्पोंस हेल्थ सिस्टम पैकेज प्रथम पैकेज के तहत 2021 में 8473 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। इसके दूसरे चरण में 12740 बजट आवंटित किए गए। क्षमता निर्माण के लिए 64180 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। तमिलनाडु के लिए 615 करोड़ रुपये दिए गए।
हिन्दुस्थान समाचार