Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड में खूबसूरत जगहों की कोई कमी नहीं है इसी वजह से इसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटनों का केंद्र भी कहा जाता है. मगर इन दिनों यहां की ज्यादातर जगह भीड़भाड़ बढ़ने से हाउसफुल रहती हैं. ऐसे में लोग शांत जगहों पर घूमना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं जहां शहर की भागदौड़ से दूर शांति और सुकून के दो पल बिता सकें. ऐसी ही एक जगह पियोरा गांव है जहां ईको पर्यटन के साथ प्रकृति की अनुपम छटा देखने को मिलती है.
पियोरा की वादियों में सुकून को दो पल

पियोरा गांव नैनीताल से केवल 10 किलोमीटर तो वहीं अल्मोड़ा से केवल 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मन मोह लेने वाली नेचुरल ब्युटी के बीच स्थित है. यह जगह कुमांऊ हिमालय में समुद्र तल से 2010 मीटर की ऊंचाई पर स्थित छोटा सा गांव है. इसे पिओरा, पौरा आदि नाम से जाना जाता है जहां चारों तरफ ऊंचे-ऊंचे पहाड़ियों और देवदार, ओक, बरुण, कपाल, अल्पाइन, बुरांश आदि के पेड़ मौजूद हैं. ये सभी चीजे साथ मिलकर इस जगह को किसी स्वर्ग जैसा एहसास देती हैं.
बता दें कि पियोरा को उत्तराखंड का फलों का कटोरा भी कहा जाता है, जहां आलूबुखारा, खुबानी, आड़ू की खेती प्रमुख रूप से की जाती है. इसे लेकर पियोरा का नाम खासतौर पर लिया जाता है साथ ही यह जगह हर्बल प्रोडक्ट्स के लिए भी काफी फेमस है.
सैलानियों को खींचता है अपनी तरफ

हसीन वादियों और चारों तरफ हरियाली के बीच मौजूद पियोरा गांव एक टूरिज्म का ऑफबीट डेस्टिनेशन है जो हर साल सैलानियों को अपनी तरफ खींचता है. यहां सनसैट व्यू और दूर से ही दिखाई देने वाली मनमोहक पहाड़ों की चोटियों को बिना देखे आप रह ही नहीं पाएंगे. कई लोगों को पियोरा के बारे में मालूम तक नहीं है, जिसके चलते यहां ज्यादा होटल और रहने की जगह नहीं है. इसलिए नैनीताल में ठहर कर इस गांव का रुख कर सकते हैं.

पियोरा की संस्कृति काफी विविधताओें से भरी हुई है, जिसमें समय के साथ कई बदलाव भी हुए हैं. यहां पर पारंपरिक रूप से लंगवीर नृत्य और छोलिया नृत्य किया जाता है. इसे लोग शादियों और किसी समारोह में करना पसंद करते हैं. वहीं पियोरा में स्थानीय व्यंजनों को भी अनोखे अंदाज में सर्व किया जाता है, जिसमें भट्ट की चुकरानी और सिंगोरी जैसी डिश बनाई जाती हैं. वहीं इस गांव में रुकने के लिए कई होमस्टे के विकल्प भी मौजूद हैं, जहां लोग अच्छा व्यवहार करते है और सैलानियों को घर जैसा महसूस करवाते हैं.
पियोरा में करें ये फन एक्टिविटी
ट्रैकिंग
ट्रैकिंग का शौक रखने वाले सैलानियों के लिए यह काफी ठीक है. यहां के उबड़-खाबड़ रास्ते और मंत्रमुग्ध कर देने वाला नेचर इस एक्सपीरियंस को और खास बना देता है. बर्फ से ढके पहाड़ों और चारों ओर हरियाली के बीच इन रास्तों पर ट्रैकिंग अलग ही लेवल का थ्रिल देगी.
बर्ड वॉचिंग

पियोरा हरियाली के साथ कई प्रकार के पक्षियों का ठिकाना भी है. जहां एक तरफ आपको दुर्लभ पक्षियों की चहचाहट सुनने को मिलेगी तो वहीं अपनी आंखों से भी इनका दीदार कर सकते हैं. कई ट्रैवल फोटोग्राफर्स के लिए यह जगह फेवरेट स्पॉट है, जहां लोग प्रकृति के बीच घंटों गुजार सकते हैं.
लॉन्ग वॉक्स

पियोरा गांव में ट्रैकिंग न पसंद करने वालों के लिए भी कुछ खास है. यहां के जंगलों के बीच लॉन्ग वॉक पर जाना एक बेहतरीन एक्पीरियंस से कम नहीं है. यहां के पशु-पक्षियों को भी देख सकते हैं. इस दौरान मानसिक शांति और सुकून का अनुभव होता है, जिससे शरीर और आत्मा भी तृप्त होती है.
पिकनिक मनाएं
पियोरा अपनी मंत्रमुग्ध करने वाली सुंदरता के चलते एक प्यारा सा पिकनिक स्पॉट भी है, जहां विजिट करके आप भी फैमिली और दोस्तों के साथ समय गुजार सकते हैं. इस दौरान प्रकृति की गोद में स्वादिष्ट भोजन का भी मजा ले सकते हैं.
कब जाएं पियोरा?
पियोरा में घूमने के लिए वैसे तो साल भर में कभी भी जाया जा सकता है. मगर यहां जाने के लिए सबसे ठीक टाइम गर्मियों का रहता है. इस समय पर मोटी बर्फ की परत पिघल जाती है और हरियाली भी चारों ओर भर जाती है. यहां स्नोफोल और बारिश भी बहुत होती है, इसलिए मार्च से सितंबर के बीच जाया जा सकता है.
कैसे पहुंचे पियोरा?
पियोरा नैनीताल से काफी पास है इसलिए यहाँ पहुंचना भी आसान है, यहां तक पहुंचने के लिए काफी साधन मौजूद हैं जिनके बारे में नीचे बता रहे हैं.
सड़क के रास्ते
प्रकृति की खूबसूरती के बीच स्थित पियोरा गांव दिल्ली से 352 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां सड़क के रास्ते बसों या कार से नैनीताल या हल्द्वानी जा सकते हैं. इसके बाद नजदीकी स्टॉप तक पहुंचने के लिए कार या प्राइवेट व्हीकल करना एक सही ऑप्शन है.
ट्रेन से पहुंचें
अगर ट्रेन से पियोरा जानें की सोच रहे हैं तो इसका सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन काठगोदाम है. यहां तक ट्रेन की मदद से पहुंचा जा सकता है. वहां से पियोरा की दूरी लगभग 77 किलोमीटर रह जाती है, जहां से टैक्सी या कैब लेकर जा सकते हैं.
हवाई मार्ग से
पियोरा पहुंचने के लिए हवाई रास्ता भी काफी ठीक है, इसका सबसे नजदीकी एयरपोर्ट पंतनगर में है. इस जगह से पियोरा गांव केवल 77 किलोमीटर दूर रह जाता है. यहां से टैक्सी या कैब रेंट पर लेकर आगे के लिए जा सकते हैं.
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