भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है. मंगलवार को आधी रात के बाद (7 मई 2025) करीब डेढ़ बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं. इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है. रक्षा मंत्रालय ने इसे एक सुनियोजित, संतुलित और सीमित जवाबी कार्रवाई बताया है, जिसका मकसद आतंकवाद के केंद्रों को खत्म करना है, न कि किसी देश की सेना को निशाना बनाना. न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी रात मॉनिटर करते रहे.
इस हमले में 7 शहरों के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प और मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया.
Summary on the list of 9 targets taken by the Indian Armed Forces under #OperationSindoor in Pakistan, PoK
1. Markaz Subhan Allah Bahawalpur
2. Markaz Taiba, Muridke
3. Sarjal / Tehra Kalan
4. Mehmoona Joya Facility, Sialkot,
5. Markaz Ahle Hadith Barnala, Bhimber,
6. Markaz… pic.twitter.com/vycQ7LGwt5— ANI (@ANI) May 7, 2025
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह उन ठिकानों पर केंद्रित था, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की योजना बनाई जाती थी. हमला सावधानीपूर्वक चुने गए लक्ष्यों पर किया गया और इस दौरान पाकिस्तानी सेना के किसी भी अड्डे को निशाना नहीं बनाया गया.
यह कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. भारत सरकार ने इस हमले के जिम्मेदारों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि ऐसे हर हमले का जवाब कड़ा और निर्णायक होगा.
पाकिस्तान ने मानी ‘एयर स्ट्राइक’ की बात
भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष ‘शांति’ की दुहाई दी है. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा है कि दोनों देशों के बीच तीव्र तनाव के बीच भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए हैं. यह एक कायरतापूर्ण हमला है. जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि यह आतंक के खिलाफ किया गया वैध और आवश्यक कदम था.
हिन्दुस्थान समाचार