नैनीताल में नाबालिग बच्ची से रेप मामले को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट होकर जांच कर रहा है. आरोपी उस्मान की प्रोपर्टी और बाकी लोगों और किराएदारों के खिलाफ इन दिनों वेरिफिकेशन आभियान शुरू कर दिया है. इसी दौरान बाहरी लोगों की जनसंख्या की आवाजाही को लेकर पुलिस यह पता लगाना चाहती है. कोई बिना डॉक्यूमेंट्स के न रह सके इस बात का पता लगाने के लिए सत्यापन किया जा रहा है.
पुलिस की तरफ से चलाए जा रहे सत्यापन अभियान का मुख्य उद्देश्य अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों की पहचान करना भी है. साथ ही उन पर उचित कार्रवाई करना भी है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि नाबालिग बच्ची पर हुए इस दर्दनाक घटना के बाद ये कदम उठाया गया है. पुलिस की तरफ से बाहरी से आए लोगों के खिलाफ यह कदम उठाया गया है. मजदूरों की कॉलोनी और अवैध इलाकों में खासतौर पर जाकर पुलिस जांच पड़ताल कर रहे हैं.
पुलिस ने मकान मालिकों को भी निर्देश दिया है कि वे किसी भी किरायेदार को रखने से पहले वेरीफिकेशन जरूर करवाएं. इसका पूरा विवरण पुलिस स्टेशन में करवाएं. यदि कोई ऐसा करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.