उत्तराखंड सरकार की तरफ से इन दिनों पूरे प्रदेशभर में सख्त सत्यापन अभियान चलाया जा है. इसके तहत हाल ही में देहरादून के क्लेमन्टाउन इलाके में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से रह रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान कार्रवाई करते हुए 4 नाबालिग बच्चों पुलिस ने संरक्षण में लिया है. इस दौरान दो बांग्लादेशी आईडी और भारत के फर्जी बनवाए गए आधार कार्ड भी बरामद किए गए हैं. इससे मामले की गंभीरता बढ़ गई है और इस मामले की गहन जांच की जा रही है.
देहरादून में 6 घुसपैठियों की गिरफ्तारी
#सत्यापन_अभियान के तहत देहरादून पुलिस ने क्लेमेनटाउन क्षेत्र से पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों में एक महिला व चार पुरुष हैं, जो अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रह रहे थे। इनके पास से दो बांग्लादेशी आईडी और भारत के दो फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं। pic.twitter.com/6xKcp45JRU
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) May 19, 2025
इस मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गुप्त इनपुट मिलने पर एक संयुक्त टीम का गठन किया गया. इस टीम ने देहरादून में अवैध रूप से रह रहे बाहरी व्यक्तियों के खिलाफ सत्यापन कैंपेन चलाया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शेम राय (33), निर्मल राय (35), कृष्णा उर्फ संतोष, मुनीर चंद्र राय (30), लिपि राय (27), पूजा रानी (28) के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक पकड़े गए ये सभी लोग बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले से हैं. ये जुलाई 2024 में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद उत्पीड़न के डर से भारत आए थे.
दिल्ली से जुड़ा है कनेक्शन
हाल ही में आए मामले में एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक ठेकेदार मूल रूप से राजधानी दिल्ली का रहने वाला है. वो बांग्लादेश से लोगों को बड़े पैमाने पर बंगाल के रास्ते बिहार होते हुए दिल्ली लाता है और इसके बाद फिर उन लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उन्हें काम के लिए इधर उधर भेज देता है. इसमें वो व्यक्ति केवल मजदूरी जैसे कामों में लगाता है.
घुसपैठियों पर गृह मंत्रालय सख्त, जारी किए निर्देश
बता दें कि गृह मंत्रालय (MHA) बांग्लादेश और म्यांमार की तरफ से अवैध घुसपैठ करके आने वाले लोगों पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. हाल ही में मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को दस्तावेजों के सत्यापन करने के लिए 30 दिनों का वक्त दिया है. साथ ही पकड़े गए घुसपैठियों को डिटेंशन सेंटर में भेजने के निर्देश दिए हैं, जहां उन्हें निर्वासन की प्रक्रिया पूरी होने तक रखा जाएगा. इसके अंतर्गत असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बलों जैसे सुरक्षा बलों को भी शामिल किया गया है.
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब उत्तराखंड में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ के मामले सामने हो इससे पहले भी सत्यापन अभियान चलाकर पुलिस ने कई घुसपैठियों को पकड़ा है. पिछले साल भर में आए मामलों में से कुछ के बारे में यहां बताने जा रहे हैं.
पिछले सालों में आए मामले
हरिद्वार 2025: योग नगरी से भी फर्जी पहचान छिपाकर रह रही बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. महिला नाम रुबिना अख्तर है जोकि रूबी देबी बनकर पिछले लंबे समय से हरिद्वार में रह रही थी. रुबिना कई सालों से पहचान छिपाकर बेलवाला क्षेत्र में रह रही थी, उसके पति सतीश दुबे ने उसका फर्जी आधार और पैन कार्ड बनवाया था. पूरा मामला सामने आने पर पुलिस ने पति के साथ रुबिना को गिरफ्तार किया है.
देहरादून 2025: पुलिस ने इसी साल हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से पहले सत्यापन अभियान चलाया. इस दौरान अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के खिलाफ बड़े स्तर पर कर्रवाई की गई. इस दौरान 75 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें बाद में जांच करने के बाद पता चला कि कई के पास फर्जी आधार कार्ड थे. इन पर सख्त एक्शन लिया गया.
रुड़की 2024: पिछले साल रहीमुल (50 साल) को रुड़की के सिविल लाइंस के ढंडेरा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि रहीमुल बांग्लादेश के खुलना क्षेत्र से बिना पासपोर्ट और वीजा के अवैध तरीके से अवैध घुसपैठ करके भारत आया था. वेरीफिकेशन ड्राइव के तहत अभियान चलाकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और कई धाराओं में आरोपी पर मुकदमा दर्ज किया.
हल्द्वानी उत्तरकाशी 2024: उत्तराखंड में अवैध रूप से रह रहे संतो विश्वास नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. वह हल्द्वानी और उत्तरकाशी में रह चुका था. सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस ने जब उससे पर्सनल आईडी मांगी तो संतो घबरा गया और संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया. इसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी बांग्लादेशी है और वहीं से आया है.
रुड़की प्रेमनगर 2023: कलियर थाना क्षेत्र पुलिस ने साल 2023 में अब्दुल रफीक नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. जांच में पता चला कि वो बांग्लादेशी था और बिना वीजा और पासपोर्ट के भारत में रह रहा था. शुरूआत में अब्दुल ने खुद को गुजरात का रहने वाला बताया मगर फिर सख्ती दिखाने पर उसने अपनी असल पहचान बताई थी.
रुड़की (पिरान कलियर) 2021: रुड़की के पिरान कलियर थाना क्षेत्र से मोहम्मद सुहैल नामक एक बांग्लादेशी नागरिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया. आरोपी के पास से भारत का फर्जी आधार कार्ड मिला था. वो पिछले लंबे वक्त से पहचान छिपाकर रह रहा था, उसके आधार कार्ड में दिल्ली का पता था. वो बॉर्डर क्रॉस करके कोलकाता, बिहार, दिल्ली से होते हुए उत्तराखंड पहुंचा था. पुलिस ने हिरासत में लेकर तुरंत जांच शुरू कर दी.
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