सेवा क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने पर प्रदेश सरकार का विशेष फोकस है. इसके लिए स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में निवेश करने पर 25 प्रतिशत सब्सिडी देने की तैयारी है. दिसंबर माह में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन को देखते हुए सरकार जल्द ही पहली सेवा क्षेत्र नीति को मंजूरी दे सकती है.
प्रदेश की जीडीपी को दोगुनी करने और रोजगार के नये अवसर सृजित करने के लिए सरकार ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 2.50 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है. खास बात यह है कि सम्मेलन के लिए सरकार ने पर्यटन, उद्योग, आयुष एवं वेलनेस, हेल्थ केयर, ऊर्जा, शिक्षा, लॉजिस्टिक, कृषि एवं बागवानी, आईटी एवं स्टार्टअप, नागरिक उड्डयन, इंफ्रास्टेक्चर, हाउसिंग क्षेत्र में ज्यादा निवेश की रणनीति बनाई है.
सेवा क्षेत्र में निवेश आने से सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा. साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 40 प्रतिशत सेवा क्षेत्र का योगदान है. इसके लिए सेवा क्षेत्र नीति में शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में नये अस्पताल और उच्च शिक्षण व प्रशिक्षण संस्थान में निवेश पर 25 प्रतिशत सब्सिडी देने का प्रावधान किया जा रहा है. पर्यटन, उद्योग, आयुष एवं वेलनेस, हेल्थ केयर, ऊर्जा, शिक्षा, लॉजिस्टिक, कृषि एवं बागवानी, आईटी एवं स्टार्टअप, नागरिक उड्डयन, इंफ्रास्ट्रक्चर, हाउसिंग.
राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए अब तक 27 नीतियां लागू की है. जल्द ही सेवा क्षेत्र नीति को मंजूरी दी जाएगी. -विनय शंकर पांडे, सचिव उद्योग