नई दिल्ली: कृतज्ञ राष्ट्र आज (मंगलवार) भारत रत्न नानाजी देशमुख को उनकी पुण्यतिथि पर याद कर रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज सुबह नानाजी देशमुख का पुण्य स्मरण कर उन्हें नमन किया. उन्होंने इस संबंध में अपने एक्स हैंडल पर सचित्र पोस्ट साझा की.
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने लिखा, ” नानाजी का पूरा जीवन राष्ट्रप्रथम की विचारधारा को समर्पित रहा. उन्होंने अपने संगठन कौशल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को विस्तार देने में अहम भूमिका निभाई. जनसंघ के माध्यम से नानाजी ने राष्ट्रप्रेम को भारतीय राजनीति के केंद्र में स्थापित करने का प्रयास किया और युवाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया. ग्राम शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलम्बन की दिशा में किए गए उनके कार्य प्रेरणीय हैं.’
उल्लेखनीय है नानाजी को ग्रामीण भारत के शिल्पकार के तौर पर भी जाना जाता है. उन्होंने भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना की. भारतीय जनसंघ के कद्दावर नेता नानाजी देशमुख राज्यसभा के सदस्य भी रहे. नानाजी देशमुख का पूरा नाम चंडिकादास अमृतराव देशमुख था. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण स्वावलंबन के क्षेत्र में अविस्मरणीय काम किया. उन्हें मरणोपरांत सरकार ने 2019 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया.
नानाजी का जन्म 11 अक्टूबर, 1916 को कडोली में मराठी भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में अनेक उत्तरदायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया. उन्होंने 1950 में गोरखपुर में भारत का पहला सरस्वती शिशु मंदिर स्थापित किया. 27 फरवरी, 2010 में 93 साल की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार