Haridwar: आचार संहिता लागू होने के साथ समूचे देश में लोकसभा चुनाव को शंखनाद हो चुका है. सभी दल चुनावी समर में कूद चुके हैं. कुछ दल इसमें आगे हैं तो कुछ तैयारियों में पीछे चल रहे हैं. उत्तराखण्ड के हरिद्वार की करें तो यहां से त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर भाजपा ने अपना दांव आजमाया है, जबकि कांग्रेस अभी तक प्रत्याशी की घोषणा तक नहीं कर पाई है. नामांकन की 27 मार्च अंतिम तिथि है.
हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह दिल्ली से लौटने के बाद से ही चुनावी एक्शन में हैं. आज उन्होंने हरिद्वार में मां गंगा की पूजा अर्चना कर चुनाव का बिगुल फूंका और जीत की कामना की.
गंगा पूजन के साथ चुनावी अभियान की शुरुआत करने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार की अधिष्ठात्री महामाया देवी मंदिर पहुंचे और यहां त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जूना अखाड़े से जुड़े साधु संतों के साथ हवन में प्रतिभाग करने के साथ ही उन्होंने मां माया देवी के दर्शन किए. हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पतंजलि योगपीठ पहुंचकर आचार्य बालकिशन से भी मुलाकात की. अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी से भी त्रिवेंद्र ने आशीर्वाद लिया.
इसके बाद रावत भगवान शिव की ससुराल कनखल पहुंचे और यहां उन्होंने भगवान दक्षेश्वर का अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविन्द्र पुरी के सानिध्य में अभिषेक किया. इस मौके पर त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि हमारे यहां कोई भी शुभ कार्य मां गंगा के स्मरण के साथ ही करते हैं. यहां पर मां गंगा साक्षात मां गंगा है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार संतों की नगरी है, इसलिए वे संतों का आशीर्वाद लेने जाएंगे.
संतों से मुलाकात पर उन्होंने कहा साधु संतों का आशीर्वाद शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी को मिलता रहा है. इसीलिए आज मां गंगा की पूजा अर्चना करने के बाद सबसे पहले साधु संतों का आशीर्वाद लेने का कार्य किया. जिन्हें साधु संतों का आशीर्वाद मिल जाता है उनकी सुनिश्चित होती है. मुझे विश्वास है कि साधु-संतों का आशीर्वाद जिस तरह से पहले मिलता रहा है, इस बार भी साधु-संत अपना आशीर्वाद देंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा की जीत सुनिश्चित है और भाजपा हरिद्वार से भारी अंतर से विजयश्री का वरण करेगी. नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार