Dehradun: सरकारी गल्ले का लाखों रुपये का राशन डकारना कोटेदार को भारी पड़ गया. आखिरकार बुधवार को एसटीएफ के हत्थे लग ही गया. आरोपित छह वर्ष से फरार चल रहा था. इस पर 10 हजार रुपये इनाम भी घोषित था. एसटीएफ ने पटेलनगर से इनामी आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखंड आयुष अग्रवाल ने बताया कि खुडबुडा निवासी प्रदीप गर्ग, संजय कुमार एंव विकास गोयल वर्ष 2017-18 में पुलिस लाइन धर्मपुर स्थित सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान चलाते थे. विपणन निरीक्षक देहरादून भंडारण ने अपनी जांच में पाया कि उक्त दुकान के विक्रेताओं ने निर्गत खाद्यान्न के सापेक्ष लगभग सवा छह लाख रुपये का खाद्यान्न बढ़ाकर दिखाया है. इस पर आरोपित कोटेदारों के विरूद्व सरकारी खाद्यान्न के दुरूपयोग और वित्तीय धोखाधड़ी को लेकर केंद्र प्रभारी व विपणन निरीक्षक, भंडारण ट्रांसपोर्टनगर देहरादून हरेंद्र सिंह ने पटेलनगर थाना पर मुकदमा दर्ज कराया. तभी से आरोपित कोटेदार विकास गोयल पुत्र देवी शंकर गोयल फरार चल रहा था.
इसकी गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी. इसी बीच विकास गोयल के संबंध में गोपनीय सूचना मिलने पर एसटीएफ की टीम ने इनामी आरोपित विकास को अलकनंदा कालोनी थाना पटेलनगर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार