Dehradun: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र तैयार करने में जुटी है. भाजपा अपने घोषणा पत्र को संकल्प पत्र कहती है. माना जा रहा है कि इस बार का घोषणा पत्र गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है. भाजपा का इस बार का घोषणा पत्र 2047 तक देश को विकसित बनाने की योजना पर आधारित होगा.
इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
चुनाव से पहले उत्तराखंड में भाजपा को संकल्प पत्र के लिए सुझाव प्राप्त हुए हैं. लोकसभा चुनाव के लिए उत्तराखंड भाजपा ने संकल्प पत्र तैयार करने के लिए पूरे प्रदेश से समाज के अलग-अलग वर्ग के लोगों से सुझाव मांगे थे. इन सुझावों पर पार्टी की घोषणा पत्र समिति विचार कर रही है. इन्हीं सुझावों के आधार पर पार्टी अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी. 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से पहले भाजपा अपना घोषणा पत्र जारी कर सकती है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भाषणों में चार जातियों की बात करते हैं. इनमें गरीब, युवा, किसान और महिलाएं शामिल हैं. प्रधानमंत्री इन्हें ”ज्ञान” कहकर संबोधित करते हैं. इसे वे गरीब (जी), युवा (वाई), अन्नदाता (ए) और नारी शक्ति (एन) के रूप में परिभाषित करते हैं. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री की बताई इन चारों जातियों के इर्द-गिर्द ही भाजपा का 2024 का घोषणा पत्र रहेगा.
उत्तराखंड के 70 विधानसभा से 70 हजार लोगों ने भाजपा को भेजे सुझाव
सुझाव प्राप्त करने के लिए भाजपा ने चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया था. समिति के संयोजक हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि लगभग एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद उत्तराखंड की 70 विधानसभा के 70 हजार लोगों ने भाजपा को अपने सुझाव भेजे हैं, जिन्हें समिति केंद्र और राज्य को भेजने वाली है.
60 फीसदी राज्य तो 40 फीसदी सुझाव केंद्र को भेजेगी भाजपा
चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक त्रिवेंद्र रावत ने बताया कि सभी सुझावों में से 60 फीसदी सुझाव राज्य को जबकि 40 फीसदी सुझाव केंद्र को प्रेषित किए जाएंगे. सुझावों से विकसित भारत बनाने के संकल्प को और मजबूती दी जाएगी.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार