Almora: मणिपुर नक्सली मुठभेड़ में बलिदानी हुए सोमेश्वर निवासी सेना के जवान कमल के पार्थिव शरीर को गुरुवार की सुबह उनके गांव लाया गया. इसके बाद लकड़ी पड़ाव स्थित त्रिवेणी घाट सोमेश्वर में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
मणिपुर में ड्यूटी के दौरान उन्हें गोली लग गई थी, जिससे उनका बलिदान हो गया. उनके बलिदानी होने की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गयी. जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारी और स्कूली बच्चे भी उनकी अंतिम विदाई में पहुंचे. स्कूली बच्चों ने जबतक सूरज चांद रहेगा कमल तेरा नाम रहेगा जैसे नारे लगा कर अपनी ओर से विदाई दी.
सोमेश्वर बूंगा गांव निवासी 24 वर्षीय कमल भाकुनी पुत्र चन्दन सिंह भाकुनी चार साल पूर्व ही कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. वर्तमान में उनकी तैनाती मणिपुर में थी. बताया गया कि उन्हें ड्यूटी के दौरान गोली लगी, जिससे वे मौके पर बलिदानी हो गए. कमल अभी अविवाहित था. उनके बड़े भाई प्रदीप भाकुनी भी सेना में सेवारत हैं. उनके पिता गांव में ही खेती का कार्य करते हैं जबकि माता दीपा भाकुनी गृहणी हैं.
गुरुवार को सुबह बलिदानी जवान कमल का पार्थिव शरीर सोमेश्वर पहुंचा. जहां कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या, प्रशासन से तहसीलदार खुशबू पांडे, एसएचओ कश्मीर सिंह, ग्राम प्रधान रमेश भाकुनी सहित कई लोग पहले से मौजूद थे.
बलिदानी कमल के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए रवाना किया गया. पूरा क्षेत्र उनके अंतिम यात्रा में उमड़ गया. हर आंख में आंसू थे, लेकिन हर सीना गर्व से फूला हुआ था. श्मशान घाट में सेना के अधिकारियों और जवानों ने बैंड धुन के बीच पुष्पगुच्छ अर्पित करने के बाद कमल के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार