Dehradun: लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट पर घमासान के बीच मुसलमान वोटरों की दुविधा बढ़ती जा रही है. दुविधा इस बात पर है कि वे किसे वोट करें. कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती की 13 अप्रैल को रुड़की क्षेत्र में सभाओं से यह असमंजस और बढ़ना तय है. वोटों के जबरदस्त बिखराव को भाजपा के पक्ष में माना जा रहा है. इन स्थितियों के बीच 14 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी रुड़की में सभा प्रस्तावित है. ऋषिकेश में मोदी की सभा के बाद अब रुड़की में योगी की सभा से भाजपा के हौसले बुलंद हैं.
एक ही दिन है दो विपक्ष की रैलियां
भाजपा के स्टार प्रचारक एक के बाद एक उत्तराखंड में प्रचार को गति दे रहे हैं. प्रधानमंत्री दो चुनावी सभाएं उत्तराखंड में कर चुके हैं. जेपी नड्डा, वीके सिंह और शाहनवाज हुसैन के बाद आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम तय हो चुके हैं. ये भाजपा की स्थिति है. इसके उलट, कांग्रेस के किसी बडे़ स्टार प्रचारक का पहला कार्यक्रम कल 12 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है. प्रियंका गांधी कल हल्द्वानी और रुड़की आ रही हैं. बसपा की तरफ से भी कल ही पार्टी सुप्रीमो मायावती का उत्तराखंड में पहला कार्यक्रम बताया जा रहा है.
दुविधा में आए मुस्लिम वोटर
दिलचस्प तस्वीर हरिद्वार लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोटरों की दुविधा से जुड़ी हैं. इस सीट पर पांच लाख मुस्लिम वोटर हैं. कांग्रेस उम्मीदवार विरेंद्र रावत के लिए उनके पिता पार्टी के वरिष्ठतम नेता हरीश रावत मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश में है. ईद पर वह मुस्लिम वोटरों के बीच जाकर बड़ा कार्यक्रम करके आए हैं. बसपा ने तो मुस्लिम धर्मगुरु जमील अहमद को ही चुनाव मैदान में उतारा हुआ है. इस सीट पर पिछले कुछ चुनावों के परिणाम देखें, तो बसपा उम्मीदवार एक से दो लाख के करीब तक वोट पाता रहा है. मुस्लिम वोटरों पर निर्दलीय उम्मीदवार खानपुर विधायक उमेश कुमार की भी नजर है.
ईद के मौके पर नमाजियों पर वह हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी करा चुके हैं. इस हिसाब से देखें, तो मुस्लिम वोटरों पर ये तीनों ही उम्मीदवार दमदारी से दावा ठोंक रहे हैं. भाजपा के कार्यक्रमों में भी मुस्लिम वोटर दिखाई दिए हैं लेकिन पार्टी इस मामले में बहुत आशान्वित नहीं है. राम मंदिर निर्माण के बाद की स्थिति में एक दिन पहले ही ऋषिकेश में सनातन आस्था पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रभावपूर्ण ढंग से पार्टी की बात रख चुके हैं. अब बारी योगी आदित्यनाथ की है, जो रुड़की में रविवार को सभा करेंगे. वोटों के ध्रुवीकरण और मजबूत संगठनात्मक ढांचे के चलते भाजपा जीत के प्रति आश्वस्त है. मोदी के बाद योगी की सभा भाजपा के मनोबल को बढ़ाने वाली साबित होगी.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार